बिलासपुर:- बिलासपुर में मंगलवार को यात्री सुविधा समिति के चेयरमैन और सदस्यों ने सिर्फ 25 मिनट में रेलवे स्टेशन के निरीक्षण की औपचारिकता निभाई। इससे ज्यादा समय करीब 35 मिनट उन्होंने VIP कक्ष के AC रूम में चाय और नाश्ता में लगा दिया। निरीक्षण के दौरान उन्हें यात्रियों ने नल में पानी की व्यवस्था कराने के साथ ही कोरोना काल से बंद ट्रेनों को शुरू कराने और ट्रेनों के स्टॉपेज कम करने जैसी समस्याएं भी गिनाई।
यात्री सुविधा समिति के चैयरमैन पीके कृष्णाराव व अन्य सदस्य सुबह करीब 11 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे। दरअसल, सभी यहां प्लेटफार्म का निरीक्षण करने पहुंचे थे। प्लेटफार्म में दैनिक यात्री संघ के अश्वनी शुक्ला ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर कोरोना काल से बंद यात्री ट्रेनों के साथ ही स्टॉपेज कम करने की समस्याएं बताई। उन्होंने बंद ट्रेनों को शुरू करने और स्टॉपेज बढ़ाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने प्लेटफार्म के सिर्फ 100 मीटर के दायरे का ही जायजा लिया। उन्होंने फूड जोन कमसम को देखा। फिर AC विश्राम कक्ष की ओर बढ़ गए।
यात्री बोले-साहब ठंडा पानी दिला दो
निरीक्षण के दौरान उन्होंने यात्रियों से चर्चा की। इस दौरान दो यात्रियों ने उन्हें ठंडा पानी नहीं मिलने की शिकायत की और कहा स्टेशन में ठंडा पानी तो दिला दीजिए। उन्हें अफसरों ने बताया कि ठंडा पानी के लिए वाटर कूलर लगाए गए हैं। तब यात्रियों ने बताया कि पहले एक रुपए लीटर में आरओ वाटर मिलता था, जो अब नहीं मिल रहा है। अफसर इसका कोई जवाब नहीं दे पाए। टीम के सदस्य वहां से निकलकर जनरल यात्री प्रतीक्षालय गए। यहां प्लेटफार्म में नल चेक किया, तो उसमें पानी ही नहीं आ रहा था। फिर IRCTC की डॉरमेट्री देखकर वापस VIP रूम में आ गए।
कमसम में नहीं मिला छत्तीसगढ़ी व्यंजन
कमसम में सदस्य पहुंचे और पूछताछ की। इस दौरान एक सदस्य ने पूछा कि क्या यहां छत्तीसगढ़ी व्यंजन मिलता है, तब मैनेजर बगले झांकने लगा। फिर जवाब दिया कि छत्तीसगढ़ी व्यंजन में कुछ खास नहीं है। उनकी बातों को सुनकर सदस्यों ने नाराजगी भी जताई।
नल में नहीं आ रहा था पानी
कमसम के पास यात्रियों के लिए ठंडे पानी का नल लगा हुआ था। जिसे चेयरमैन ने चालू कर देखा। लेकिन उसमें से पानी ही नहीं आया। इस पर अफसर मुंह ताकते रह गए। हालांकि, इस खामी को चेयरमैन व सदस्यों ने नोट भी किया।
सदस्य बोले- टिकट विंडो में लगाए माइक
निरीक्षण के दौरान एक सदस्य ने जनरल टिकट काउंटर में बैठी महिला क्लर्क से कुछ सवाल-जवाब किए, लेकिन, उन्हें आवाज ही सुनाई नहीं दी। इस पर उन्होंने अफसरों से कहा कि सभी काउंटरों में माइक सिस्टम लगवाएं। ताकि यात्रियों को बातचीत में परेशानी न हो।