जयपुर:- इस खतरनाक महामारी में भी इंसानियत तार तार हो रही है। जहाँ इस महामारी के वक्त में फ्रंटलाइन वर्कर्स को भगवान का दर्जा दिया जा रहा है वहीँ जयपुर में एक फ्रंटलाइन वर्कर ने ही हैवानियत की हद पार कर दी। लॉकडाउन में एक महिला को खाना खिलाने के बहाने एंबुलेंस में दिनदहाड़े गैंगरेप किया। मिली जानकारी के मुताबिक यह वारदात 24 मई को JNL मार्ग पर झालाना रोड की बताई जा रही है। जिसका खुलासा दो दिन बाद बुधवार को हुआ। मामले में पुलिस ने एंबुलेंस ड्राइवर और उसके दोस्त को जयपुर-आगरा हाईवे पर कानोता से हिरासत में लिया है।
सवाईमाधोपुर निवासी 22 वर्षीय महिला पिछले लंबे समय से जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल के सामने फुटपाथ पर अपने पति के साथ रहती है। उसका पति सब्जी बेचता है। फुटपाथ के पास ही सुरेंद्र योगी निजी एम्बुलेंस खड़ी करता है। सोमवार सुबह 11 बजे जब महिला खाना लेने की तलाश में निकली, तब आरोपी सुरेंद्र योगी उसे मिला। वह खाना खिलाने के बहाने महिला को अपनी एंबुलेंस में बैठाकर ले गया। उसने त्रिमूर्ति सर्किल के पास से अपने दोस्त महेंद्र को भी एंबुलेंस में बैठा लिया। इसके बाद वे दोनों महिला को जेएलएन मार्ग पर गांधी सर्किल से झालाना डूंगरी की तरफ जाने वाली रोड पर ले गए। लॉकडाउन के कारण सुनसान सड़क होने का फायदा उठाते हुए सुरेंद्र और महेंद्र ने एंबुलेंस में महिला से गैंगरेप किया। इसके बाद आरोपी पीड़िता को फुटपाथ पर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार 24 मई को देर रात महिला ने थाने पहुंचकर गैंगरेप की शिकायत दी। तब मामला पुलिस उच्चाधिकारियों तक पहुंचा।