फरीदाबाद:- हरियाणा के फरीदाबाद जिले में छात्र की खुदकुशी मामले में पुलिस ने डीपीएस की शिक्षिका को गिरफ्तार किया है. छात्र की मां की शिकायत पर बीपीटीपी थाना पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था. पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है. 24 फरवरी को 10वीं के छात्र ने 17वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी. छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा था कि इस स्कूल ने उसे मार दिया. उसने प्रधानाध्यापिका व अन्य को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. पुलिस ने सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है.
बता दें कि ग्रेटर फरीदाबाद स्थित डिस्कवरी सोसायटी की 15वीं मंजिल से गुरुवार की रात को छलांग लगाकर 10वीं के छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. छात्र ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने स्कूल प्रबंधन पर परेशान करने के आरोप लगाते हुए अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है. पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया था.
मृतक लड़के की मां आरती मल्होत्रा ने बताया था कि स्कूल में बेटे को प्रताड़ित करने वाले छात्रों के संबंध में मैंने संबंधित शिक्षकों को सब कुछ बताया. प्रिंसिपल को छात्रों (मृतक को परेशान करने वाले) के नाम दिए. अधिकारियों ने हमें कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया और स्कूल ने मेरे बेटे को उसके डिसआर्डर का अनुचित लाभ उठाने का दोष देना शुरू कर दिया.
सुसाइड नोट में लिखी थी ये बात
घर से मिले सुसाइड नोट में गौरव ने लिखा प्रिय मम्मा, आप दुनिया की सबसे अच्छी मां हो. मुझे खेद है कि मैं बहादुर नहीं बन सका. इस स्कूल ने मुझे मार डाला है. मैं इस नफरत भरी दुनिया में नहीं रह सकता. मैंने जीने की पूरी कोशिश की, लेकिन लगता है कि जिंदगी को कुछ और चाहिए. लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं, इस पर विश्वास न करें. आप सबसे अच्छी हो. परिवार को मेरी शारीरिक मनोदशा और मेरे साथ जो हुआ उसके बारे में बताना. कौन क्या कहते हैं परवाह मत करो. अगर मैं मर जाऊं तो अपने लिए एक नई नौकरी ढूंढ़ लेना. आप कलाकर हो इसे जारी रखना. आप फरिश्ता हैं, आपको इस जन्म में पाकर मैं धन्य हूं. मैं मजबूत नहीं हूं, मैं कमजोर हूं , मुझे खेद है…