भोपाल:- मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का आज छठवां दिन है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूनियर डॉक्टर काम पर नहीं लौटे। अब सरकार ने हड़ताली जूडो पर कार्रवाई करना शुरु कर दिया है। इस्तीफा देने वाले जीएमसी के 28 जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे सरकार ने मंजूर कर लिया है। सरकार ने इन्हें बॉन्ड के 30-30 लाख रुपये भरने के निर्देश दिये हैं।
उधर जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर्स (MARD) सामने आ गया है। MARD ने समर्थन का पत्र भेजा है और हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों की मांगों को जायज बताया है। MARD ने मध्य प्रदेश सरकार से जूनियर डॉक्टरों के ऊपर बगैर कोई कार्रवाई किये उनकी मांगों को पूरा करने कहा है। MARD का कहना है कि वो मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों के साथ उनके समर्थन में खड़ा है।
आपको बता दें जूनियर डॉक्टर अपनी छह सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर 31 मई से हड़ताल पर हैं। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रवैय्या अपनाया है। कोविड काल में डॉक्टरों की हड़ताल को कोर्ट ने नाजायज करार दिया है। कोर्ट ने सभी जूडा को काम पर लौटने के निर्देश दिये था। इसके साथ ही कोर्ट ने डॉक्टरों को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि अगर वे काम पर नहीं लौटते हैं तो सरकार उन पर सख्त कार्यवाही करे। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रदेश के 3500 जूनियर डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया था।