कोरबा:- अब ट्रेनों के परिचालन में अहम भूमिका निभाने वाले रेलवे के गार्डों को नई पहचान मिल गई है। यह पहचान रेल मंत्रालय की मंजूरी पर रेलवे बोर्ड ने दे दी है। इस नई पहचान के बाद गार्डों को उनके इस पदनाम की बजाय नए पदनाम ट्रेन मैनेजर के रूप में जाना जाएगा। गुरुवार को रेल मंत्रालय से मिली मंजूरी के बाद रेलवे बाेर्ड के एक डायरेक्टर पे कमीशन-2 एमके गुप्ता ने सभी जोनल रेलवे में पदनाम बदलने संबंधी अधिसूचना जारी की है।

गार्ड के पदनाम बदलने का मामला रेलवे बाेर्ड में वर्ष 2011 से विचाराधीन था। चूंकि अपार्टमेंट, फैक्ट्रियाें के साथ कई संस्थानाें में तैनात सुरक्षा कर्मियाें को गार्ड नाम से जाना जाता है। इसलिए नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे समेत अन्य यूनियन लगातार इस मुद्दे काे रेलवे बाेर्ड के साथ हाेने वाली पीएनएम की मीटिंग में उठाती रही। अंत: रेल प्रबंधन काे यूनियनाें की मांगाें पर विचार करते हुए पदनाम में बदलाव काे लेकर आदेश जारी किया। इस घोषणा से कोरबा रेलखंड के 62 गार्डों में उत्साह है।

जानिए… पदनाम में किसको क्या कहा जाएगा
1900 ग्रेड पे वाले असिस्टेंट गार्ड असिस्टेंट पैसेंजर ट्रेन मैनेजर, 2800 ग्रेड पे वाले गुड्स गार्ड यानी मालगाड़ी के गार्ड गुड्स ट्रेन मैनेजर, 4200 ग्रेड पे वाले सीनियर गुड्स गार्ड सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर, 4200 ग्रेड पे वाले सीनियर पैसेंजर कार्ड सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर और 4200 ग्रेड पे वाले मेल एक्सप्रेस गार्ड मेल एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर के नाम से जाने जाएंगे।

पदनाम के अलावा अन्य कोई बदलाव नहीं
गार्ड के सिर्फ पदनाम में बदलाव किए गए हैं। गार्ड का बाकी सब कुछ यथावत रहेगा। उनके पे लेवल, नियुक्ति की प्रक्रिया, मौजूदा कर्तव्य और अधिकार के अलावा उन्हें मिलने वाली प्रोन्नति में कोई बदलाव नहीं किया है।