खारकीव:- भारतीय दूतावास ने बुधवार को एक नई एडवाइजरी जारी करते हुए यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रह रहे भारतीयों को तुरंत शहर छोड़ने को कहा है। खार्किव में सभी भारतीय नागरिकों को अर्जेंट एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि उनकी सुरक्षा और सलामती के लिए उन्हें तुरंत खारकीव छोड़ना होगा।

इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय PESOCHIN, BBAAYE और BEZLYUDOVKA शहरों के लिए निकल जाएं। एडवाइजरी के मुताबिक किसी भी परिस्थितियों में उन्हें आज 18:00 बजे (यूक्रेनी समय) तक इन बस्तियों में पहुंचना होगा।

रूस के हमले में एक भारतीय छात्र के मारे जाने के एक दिन बाद भारत ने ये एडवाइजरी जारी की है। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर में रूसी बलों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले के दौरान और अधिक विस्फोटों की खबरों के बीच यह परामर्श जारी किया गया। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि खार्किव के मध्य भागों में “भारी गोलाबारी और बमबारी” की जा रही है और मिसाइलों की चपेट में आने के बाद कई प्रशासनिक इमारतें ढह गई हैं।

बता दें कि खारकीव पर रूसी हमला तेज होता जा रहा है। क्षेत्रीय पुलिस और खुफिया मुख्यालय पर हुए हमले का एक वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि एक इमारत की छत विस्फोट से उड़ गई और उसकी ऊपरी मंजिल पर आग लग गई।

इस हमले से खारकीव निवासी दहशत में हैं। क्षतिग्रस्त पांच मंजिला इमारत का मलबा निकटवर्ती गलियों में बिखरा पड़ा दिख रहा है। यूक्रेन सरकार के रणनीतिक संचार केंद्र ने खारकीव में हमले की बुधवार को तस्वीरें जारी कीं।

आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, रूसी सेना द्वारा भीषण लड़ाई और गोलाबारी के कारण करीब 4,000 भारतीय पूर्वी यूक्रेन के खारकीव, सूमी और अन्य शहरों में फंसे हुए हैं। भारत के एक अंतिम वर्ष के मेडिकल छात्र, नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर, मंगलवार को खारकीव में रूसी सेना के हमले में मारे गए थे। वे खाना खरीदने के लिए एक आश्रय से बाहर कदम खड़े थे।