कोरबा:- जिले में पिछले कुछ समय से ऑनलाइन ठगी के प्रकरण बढ़ते ही जा रहे थे। इसी कड़ी में कोरबा पुलिस ने कारवाही करते हुए ऑनलाइन ठगी करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाही यहाँ प्राप्त हुई एक लिखित शिकायत पर की गयी।
ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए बिजेंद्र दास मंहत पिता श्री रविदास मंहत के द्वारा पुलिस चौकी रामपुर में लिखित शिकायत दर्ज कराया कि माह-जनवरी 2020 में प्रार्थी द्वारा बजाज फायनेंस कंपनी से ऑनलाइन लोन लेने के लिए आवेदन किया था। इसी बीच गौरव सांवत एवं प्रेमचंद कोठारी नामक व्यक्तियों द्वारा स्वयं को बजाज फायनेंस कंपनी का अधिकारी बताकर अलग-अलग मोबाईल नंबरों से कॉल कर लोन के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं का पालन करने एवं लोन स्वीकृति के पूर्व टर्म लाईफ इंश्योरेंस कराने हेतु कहकर प्रथम किस्त 19765/- रूपये स्टरलिंग इंश्योरेस कंपनी के बैंक अकाउंट में जमा कराया गया। फिर लोन एग्रीमेंट के लिए 70,000 रुपये जमा कराया गया, इसके बाद लॉकडाउन होने से लोन प्रकिया बंद होने तथा पुनः चार्ज करने हेतु 18,001 रुपये जमा कराया गया। फिर अपने बातों में उलझाकर 01 करोड़ 15 लाख रूपये तथा 53 लाख रूपये का लोन स्वीकृत कराने का झांसा देकर अलग-अलग किस्तों में करीब 25 से 30 लाख रूपये ठग लिए गये।
प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुलिस चौकी रामपुर थाना कोतवाली कोरबा में अपराध क्रमांक 686/2020 धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना प्रांरभ किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री अभिषेक मीणा (आईपीएस) द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन एवं निरीक्षक राजेश जांगड़े के नेत्तृव में प्रकरण की विवेचना हेतु विशेष टीम का गठन किया गया।
गठित विवेचना टीम द्वारा प्रकरण में ठगी हेतु उपयोग किए गये मोबाइल नंबर एवं बैंक खातो की जानकारी एकत्र कर आरोपीगण उमेश शर्मा उर्फ प्रेमचंद कोठारी उर्फ पंकज एवं कपिल कुमार प्रजापति उर्फ गौरव सावंत को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार शुदा आरोपीगण को आज दिनांक 27.08.2020 को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है। पुछताछ में आरोपीगण द्वारा 20 मामलों में लगभग 2 करोड से अधिक रकम ठगी अपराध स्वीकार कर ठगी के तरीके का खुलासा किया गया हैं।

आरोपी ऑनलाइन बीमा कंपनी के पूर्व कर्मचारी
गिरफ्तार आरोपी ऑनलाइन बीमा कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं। जो ग्राहकों को फोन कर बीमा पॉलिसी बेचने का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है। ऑनलाइन बीमा कंपनी के द्वारा पॉलिसी बेचने का तौर तरीको के अनुसार ही ठगी करते थे।

ऑनलाइन बीमा कंपनी के डाटाबेस की चोरी
ऑनलाइन बीमा कंपनी में पूर्व में आवेदन किए ग्राहक तथा बीमा कंपनी द्वारा टेली कालरों को उपलब्ध कराए गए डाटाबेस में दर्ज नंबरो पर काल कर ग्राहकों को आरोपीगण अपने जाल में फंसाते थे।

जरूरतमंद एवं लालची व्यक्तियों को बनाते है निशाना –
आरोपीयो के निशाने पर एसे लोग होते है जिन्हे लोन की आवश्यकता होती है तथा शार्टकट तरीके से बिना मेहनत के अमीर बनना चाहते है या लालची किस्म के ऐसे लोग जो कम व्याज या बिना ब्याज दर के लोन लेना चाहते है। पुछताछ पर आरोपीगण ने बताया की इनके द्वारा इन्हे बहुत कम औपचारिक दस्तावेज एवं बिना जमानत के लोन देने का प्रस्ताव देते है। जिससे लालची किस्म के लोग इनके जाल में आसानी से फंस जाते है।

आरोपीयो द्वारा ठगी हेतु उपयोग किये गये मोबाईल नबंर
(1)9560938955 (2) 9773660244 (3) 9891644823

आरोपीयो द्वारा ठगी में उपयोग किये गये बैंक खातो का विवरण:-
(1)पंजाब एण्ड सिंध बैंक खाता कमांक 12261000002891
(2) फिनो बैंक खाता कमांक 20078073739
(3) आईसीआईसीआई खाता कमांक 053905500611

ठगी के शिकार हुये पीड़ितों का नाम एवं ठगी किया गया रकम का विवरण:-
(1) राजेन्द्र कुमार अग्रवाल जयपुर 45 लाख
(2) थामस वर्गीस केरल 25 लाख
(3) शिवा मलिक रूद्रपुर उत्तराखंड 03 लाख
(4) टी गोविन्द पुणे 02 लाख
(5) प्रिया एगुलर मुम्बई 02 लाख
(6) जूलियट गोवा 01 लाख
(7) कोंधहलकर मुम्बई 1.5 लाख