बिलासपुर:- गरीबो का सहारा माने जाने वाले जिला अस्पताल की ओपीडी से 79 डॉक्टर ओपीडी के समय मे गायब मिले। औचक निरीक्षण में पहुँचे जॉइंट डायरेक्टर ने तयशुदा समय मे ड्यूटी से गायब सभी डॉक्टरों को गैरहाजिर करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी सुबह नौ बजे से शुरू हो जाती है। डाक्टरों को नौ बजे अपने कक्ष में पहुंचकर मरीजों का इलाज शुरू करना है। लेकिन ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में देर से काम शुरू होता है। जेडी डा. प्रमोद महाजन व्यवस्था का जायजा लेने सुबह साढ़े नौ बजे जिला अस्पताल के ओपीडी में पहुंचे। उस समय 100 से ज्यादा मरीज उपचार के लिए बैठे हुए थे। जानकारी मिली कि अभी तक एक भी डाक्टर नहीं पहुंचा है। यह बात सुनकर डा. महाजन भड़क गए। तत्काल जाकर हाजिरी रजिस्टर की जांच की। किसी भी डाक्टर का हस्ताक्षर नहीं था। ओपीडी में सभी डाक्टर के कक्ष खाली थे। जबकि अस्पताल में सीनियर, जूनियर मिलाकर 79 डाक्टर पदस्थ हैं। ऐसे में उन्होंने खुद ही हाजिरी रजिस्टर लेकर सभी डाक्टर को अनुपस्थित कर दिया। साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। जवाब सन्तुष्टि जनक नही होने पर एक दिन का वेतन काटने की चेतावनी दी गई है।
बार-बार डाक्टरों को चेतावनी दी जा चुकी है कि वे समय पर आकर मरीजों का इलाज करे। लेकिन बेपरवाही का आलम यह है कि डाक्टर निर्देशों का पालन ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में रोजाना डाक्टर ओपीडी में तयशुदा समय से देर से पहुंचते हैं। इसके बाद मरीजों का इलाज शुरू होता है। जबकि मरीजों का नौ बजे से पहुंचना शुरू हो जाता है और हर दिन उन्हें डाक्टरों को आने का इंतजार करना पड़ता है।