रायपुर:- सालों पहले राजधानी रायपुर के कलेक्टोरेट परिसर को गांधी धाम घोषित किया जा चूका है। यहां शहर में लॉ एंड ऑर्डर कायम रखने वाले दो आला अफसरों पहला कलेक्टर और दूसरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी कायम है। परिसर में धूम्रपान और शराब सेवन भी प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में परिसर के किसी कोने में बेखोफ लोग बेखट के धड़ल्ले से बकरों की कुर्बानी देते दिखे। चौंकाने वाली बात यह कि बकरों के क़त्ल किये जाने की खबर औरचित्कार करते जानवरों की आवाज़ मिडिया तक पहुँच गई लेकिन कलेक्टोरेट के जिम्मेदार अधिकारी इस नृशंसता से बेखबर रहे।
पूरा घटनाक्रम इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद सिविल लाइन थाने की पेट्रोलिंग टीम ने मोहम्मद शोएब उर्फ शिबू एवं उसके अन्य सहकर्मियों को हिरासत में लेकर धारा 151 के तहत कार्रवाई की है।
तीनों आरोपित कलेक्टोरेट परिसर में पांच करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए मल्टी लेबल पार्किंग के ठेकेदार के कर्मचारी हैं। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियों में साफ दिखाई दे रहा है कि तीन लोग पेड़ के नीचे पर्दे लगाकर बकरे की बलि देने के बाद वहीं पर मांस काट रहे हैं। यही नहीं पार्किंग की पहली मंजिल पर एक बकरा बंधा हुआ दिखाई दे रहा है। पूरे घटनाक्रम की भनक तक किसी अधिकारी को नहीं लगी।
सिविल लाइन थाना प्रभारी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि मल्टी लेवल पार्किंग से लगे खाली जगह पर दो-तीन कमरे बनें हुए हैं। कमरे में ठेकेदार के कर्मचारी निवास करते है। रविवार को अवकाश होने पर तीन कर्मचारियों ने मिलकर पेड़ के नीचे बकरे को काटा है।
घटनास्थल को किया साफ
पुलिस का कहना है कि वीडियो वायरल होने के बाद पौने तीन बजे पेट्रोलिंग टीम पहुंची, तब तक जिस जगह पर बकरे को काटा गया था, वहां की साफ-सफाई की जा चुकी थी। पानी से वहां के परिसर को धोया गया था। फिनाइल डालकर भी उसे साफ किया गया था। वीडियो के वायरल होने के बाद लोग स्पष्ट रूप से टिप्पणी दे रहे हैं। हालांकि इस घटनाक्रम को लेकर अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों की प्रतिक्रिया नहीं आई है।