नई दिल्ली:- मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने फ्यूचर ग्रुप का रिटेल, होलसेल लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस बिजनेस 24713 करोड़ रुपए में खरीद लिया है। फ्यूचर ग्रुप के रीटेल बिजनस पर कब्जा कर मुकेश अंबानी भारत के रीटेल किंग बन गए हैं। इसके साथ ही किशोर बियानी जो फ्यूचर ग्रुप के मालिक हैं, उनके ऊपर भारी-भरकम कर्ज का बोझ भी दूर हो गया। इस मेगा डील से कंपनी की रिटेल कारोबार में स्थिति और भी मजबूत हो जाएगी। कंपनी ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी।

कंपनी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, “रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (आरआरवीएल) ने आज फ्यूचर समूह के खुदरा और थोक कारोबार तथा लॉजिस्टिक्स और भंडारण कारोबार के एकमुश्त 24,713 करोड़ रुपये के दाम में अधिग्रहण की घोषणा की।”

आरआरवीएल ने कहा कि इस अधिग्रहण योजना के तहत फ्यूचर समूह अपनी कुछ कंपनियों का विलय फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) में कर रहा है। कंपनी ने बताया कि इस योजना के तहत फ्यूचर समूह के खुदरा और थोक कारोबार को आरआरवीएल की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (आरआरएफएलएल) को हस्तांतरित किया जाएगा। वह 1200 करोड़ प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए निवेश करेगी और फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 6.09 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके अलावा वह 400 करोड़ इक्विटी वारंट के रूप में निवेश करेगी। कुल मिलाकर RRFLL के पास 7.05 फीसदी हिस्सेदारी होगी।

ईशा अम्बानी ने क्या कहा?
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध ब्रांडों के साथ-साथ उसके व्यावसायिक ईको सिस्टम को संरक्षित करने में हमें प्रसन्नता होगी। भारत में आधुनिक रिटेल के विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमें आशा है कि छोटे व्यापारियों, किराना स्टोर्स और बड़े उपभोक्ता ब्रांडों की सहभागिता के दम पर रिटेल सेक्टर में विकास की गति बनी रहेगी, हम देश भर में अपने उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने रिटेल बिजनेस में तीन करोड़ किराना मालिकों और 12 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था। फ्यूचर समूह के खुदरा व्यापार, थोक और सप्लाई चेन व्यवसाय के अधिग्रहण से रिलायंस अपनी स्थिती मजबूत कर रहा है।