कोरबा:- सावन का महीना आते ही हर कोई बस भोले बाबा को ही याद करता है और यही सोचता है कि उन से कब मुलाकात हो और मैं उन्हें जल अर्पित करूं। कई टोलियां देवघर पहुंच कर बाबा को जल अर्पित करती हैं।

इसी कड़ी में 52 वर्षों से कोरबा बिलासपुर कांवरिया संघ हर वर्ष बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर पहुंचता है। कोरबा बिलासपुर कांवरिया संघ में अब भक्तों की कतार बढ़ने लगी है। इस बार 125 कांवरियों के साथ कोरबा बिलासपुर कांवरिया संघ देवघर के लिए प्रस्थान करेंगे।

हर भक्त यही चाह रहा है कि बस बाबा की नगरी देवघर पहुंचकर बाबा को जल अर्पित करूं। 29 तारीख को सुबह 9 बजे कोरबा से कांवरियों का जत्था बड़े जोश और उल्लास के साथ देवघर की नगरी प्रस्थान कर रहा है। कोरबा के व्यापारी संघ ने सभी कांवरिया को शुभकामनाएं दी हैं और मंगल यात्रा की कामनाएं की है। 5 अगस्त को सभी कांवरिया बाबा को जल अर्पित करके कोरबा पहुंचेंगे।

बाबा बैद्यनाथ धाम का महत्व
मान्यता है कि इस मंदिर में आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए मंदिर में स्थापित शिवलिंग को कामना लिंग के नाम से भी जाना जाता है। ये लिंग रावण की भक्ति का प्रतीक है। इस जगह को लोग बाबा बैजनाथ धाम के नाम से भी जानते हैं। सावन में इस जगह का खास महत्व होता है। पूरे एक महीने तक यहां श्रावणी मेला लगता है। सावन के महीने में दूर-दूर से लोग कांवड़ लेकर बाबा के धाम  पहुंचते हैं और गंगा जल चढ़ाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।