विश्व शतरंज ओलंपियाड में भारत ने इतिहास रच दिया है। ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड के फाइनल में भारत और रूस के बीच मुकाबला पूरा नहीं होने के कारण अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने दोनों टीमों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया। बता दें कि भारत ने पहली बार इस ओलंपियाड में गोल्ड जीता है।

दरअसल, इंटरनेट कनेक्शन टूट जाने के कारण यह मैच पूरा नहीं हो सका। पहले रूस को विजेता घोषित किया गया क्योंकि फाइनल में भारत के दो खिलाड़ियों निहाल सरीन और दिव्या देशमुख ने सर्वर के साथ कनेक्शन नहीं बन पाने से समय गंवाया। भारत ने इस विवादास्पद फैसले पर विरोध व्यक्त किया जिसके बाद इसकी समीक्षा की गई। इसके बाद इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोर्कोविच ने दोनों टीमों को स्वर्ण पदक देने का फैसला किया। इस तरह भारत ने इतिहास रच दिया। विश्व संस्था ने ट्वीट किया, ”फिडे अध्यक्ष अर्काडी डोवोरकोविच ने दोनों टीमों भारत और रूस को फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड का स्वर्ण पदक देने का फैसला किया है।”

इस पर पीएम मोदी ने कहा कि जीतने के लिए हमारे शतरंज खिलाड़ियों को बधाई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उनकी सफलता निश्चित रूप से अन्य शतरंज खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। मैं रूसी टीम को भी बधाई देना चाहूंगा।


इस ऐतिहासिक जीत पर भारत के दिग्गज चेस मास्टर विश्वनाथन आनंद ने भी प्रतिक्रिया दी है।


राहुल गाँधी ने भी ट्वीट कर भारतीय टीम को जीतने पर बधाई दी।