कोरबा:- मां कंकाली मंदिर जो स्वामी जगन्नाथ जी के पावन धाम से जाना जाता है जो कि कोरबा जिले कि मध्य क्षेत्र ग्राम दादर खुर्द के नाम से जाना जाता है। मां सिद्धिदात्री कंकाली मंदिर में ओमकारेश्वर से आए हुए नर्मदेश्वर महादेव शिव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ मंडप और ग्राम के सभी देवी देवताओं के विधि विधान से स्थापना संपन्न हुई।
राज्य में केवल 2 मंदिर जहाँ प्रतिदिन गौ रक्षा के लिए होता है हवन
छत्तीसगढ़ राज्य में दो मात्र ऐसे मंदिर हैं जहां रोजाना जनकल्याण के लिए और गौ रक्षा के लिए हवन किया जाता है पहला रतनपुर में स्थित मां महामाया मंदिर और दूसरा दादर खुर्द कोरबा में विराजमान सिद्धिदात्री मां कंकाली मंदिर। शिव जी के आगमन पर इस साल महाशिवरात्रि में भव्य आयोजन सभी भक्तों के द्वारा आयोजित की जाएगी। अतः सभी कोरबावासियों से मां काली देवी मंदिर के सभी समिति सदस्य एवं ग्राम वासियों के मन में हर्षोल्लास के साथ यह पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।
मंदिर के पुजारी पंडित श्री राम गोविंद द्विवेदी जी का कहना है कि माता रानी के मंदिर से जुड़े सभी भक्तों को इनका आशीर्वाद बना रहता है और महादेव जी के आने से मंदिर की रूपरेखा भी काफी हद तक बदल गया है। सभी के कल्याण को एकमात्र मंत्र बनाकर इस जिले की और इस ग्राम की सुख शांति के लिए हवन पूजन रोजाना किया जाता है।