रायपुर:- ड्रग्स तस्करी मामले में मंगलवार को रायपुर की कोतवाली पुलिस ने भिलाई स्थित रिसाली से निकिता पंचाल को गिरफ्तार किया। निकिता ने एनआइटी रायपुर से आर्किटेक्ट में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उनके पिता शरद पंचाल भिलाई स्टील प्लांट में कार्यरत हैं और मां समाजसेविका हैं। रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के अनुसार निकिता घर में ही पार्टी का आयोजन कर ग्राहक बनाने का काम करती थी। वह रायपुर, बिलासपुर और भिलाई की पार्टियों में ड्रग्स की सप्लाई करती थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पार्टी में ड्रग्स की सप्लाई करने वाली कई और युवतियों के नाम सामने आएंगे। दूसरी तरफ रायपुर के पांच आरोपितों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
ज्ञात हो कि पालिटेक्निक कालेज बैरन बाजार के सामने कोकीन बेचने के फिराक में घूम रहे पंचशील नगर के श्रेयांस झाबक (36) और मेन रोड कोटा निवासी विकास बंछोर (40) को पुलिस ने 30 सितंबर को रंगेहाथ पकड़ा था। तलाशी में विकास के पास से 10 ग्राम और श्रेयांस के पास से सात ग्राम कोकीन मिली थी। पुलिस अब तक ड्रग्स सप्लाई मामले में 12 लोगों को गिफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित निकिता पंचाल आशीष जोशी के साथ पार्टी का आयोजन करती थी। निकिता पिछले कई साल से यह काम कर रही थी। कारोबार को बढ़ाने के लिए वह युवाओं को नशे का आदी बनाती थी।
रायपुर और भिलाई में ड्रग्स की सप्लाई
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि निकिता पंचाल आशीष जोशी के साथ कई बार ड्रग्स खरीदने के लिए गोवा और पुणे गई थी। दोनों मिलकर रायपुर और भिलाई के युवकों को ड्रग्स की सप्लाई करते थे। पुलिस को आशीष के मोबाइल से निकिता का क्लू मिला था। पुलिस ने निकिता से पूछताछ शुरू की तो उसने पहले गुमराह करने की कोशिश की। सख्ती बरतने पर टूट गई और ड्रग्स की सप्लाई करने की बात स्वीकार कर ली। निकिता रायपुर के अलावा भिलाई और बिलासपुर के कारोबारियों के संपर्क में थी।
आशीष जोशी के साथ रहती थी लिव इन में
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार निकिता वर्ष 2014 से रायपुर में रह रही है। पढ़ाई के दौरान निकिता और आशीष जोशी एक-दूसरे के संपर्क में आए। दोनों पिछले चार साल से राजेंद्र नगर में किराए के मकान में लिव इन में रह रहे थे। किसी के पूछने पर निकिता खुद को इवेंट मैनेजमेंट का काम करने वाली बताती थी।