बिलासपुर:- वन वे में वाहन ले जाने से मना करने पर शराब के नशे में धुत्त आरक्षक ने यातायात के जवान को धमकी दी। इसके बाद यातायात थाने के सामने काफी देर तक हंगामा मचाता रहा। इसकी जानकारी होने पर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
वहीं, यातायात डीएसपी को मामले की जांच कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। बुधवार की दोपहर यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक रजनीश लहरे की ड्यूटी यातायात थाने के पीछे वन वे में लगी थी।
इस दौरान लाइन में पदस्थ आरक्षक अनिल सिंह मसानगंज से पुलिस लाइन की ओर जा रहा था। रोड वन वे होने के कारण रजनीश ने आरक्षक को वन वे में जाने से रोक दिया। इस पर आरक्षक अनिल सिंह नाराज हो गया।
उसने वाहन रोकने की बात पर रजनीश से विवाद शुरू कर दिया। समझाइश देने पर वह रजनीश को धमकी देने लगा। इस पर रजनीश ने घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। इसके बाद यातायात थाने से आकर दूसरे जवानों ने भी समझाइश दी।
शराब के नशे में धुत्त आरक्षक पर इसका असर नहीं हुआ। तब तक सिविल लाइन थाने से भी पुलिस के जवान आ गए। सिविल लाइन से आए पुलिस कर्मियों ने भी उसे समझाइश देकर ले जाने का प्रयास किया।
इस पर वह पुलिस कर्मियों से भी उलझने लगा। आरक्षक रजनीश ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है। इस पर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने आरक्षक अनिल सिंह को निलंबित कर दिया है। साथ ही यातायात डीएसपी सत्येंद्र सिंह को मामले की जांच कर सात दिनों में प्रतिवेदन देने का आदेश दिया है।