नोएडा:- पूरे देश से और हर उस जिले से जहां कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं, उन सब जगहों से इस समय रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों को पकड़ा जा रहा है, कहीं इन ठगों ने अस्पतालों से रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी करके रखे हुए हैं तो कहीं खरीदकर स्टॉक कर रखा है. ऐसे ही एक युवक को नोएडा पुलिस ने अरेस्ट किया. लेकिन इत्तेफाक से वो युवक ही कोरोना पॉजिटिव निकल आया है. इसके बाद उस कालाबाजारी करने वाले शख्स और उसे पकड़ने वाली पुलिस की टीम, दोनों को ही आइसोलेशन में भेज दिया गया है.
ये मामला गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा का है जहां बुधवार को जिला पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मिलकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया था. लेकिन अब जांच में पता चला है कि आरोपी कोरोना वायरस से संक्रमित है. जानकारी के बाद आरोपी को पकड़ने वाली क्राइम ब्रांच और जिला पुलिस की टीम को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया.
दरअसल नोएडा सेक्टर-20 थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने बीते बुधवार की सुबह एक आरोपी रचित घई को दबोचा था. रचित घई कोविड मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक में बेचता था. आरोपी एक रेमडेसिविर इंजेक्शन 60 से 80 हजार रुपए में बेचता था. पुलिस ने इस आरोपी के कब्जे से और भी अन्य विदेशी कम्पनियों के इंजेक्शन बरामद किए थे. नोएडा पुलिस आरोपी रचित घई के कब्जे से 105 रेमडेसिविर इंजेक्शन और डेढ़ लाख रुपए कैश भी बरामद किए थे.
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, प्रोटोकॉल के तहत पुलिस ने इस आरोपी की RTPCR जांच कराई. लेकिन इसकी रिपोर्ट आने के बाद क्राइम ब्रांच और सेक्टर 20 थाने के अफसरों के होश उड़ गए. उन्हें पता चला कि जो आरोपी कोरोना संक्रमण में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन बेच रहा था. वही कोरोना से ग्रसित हो गया है. नोएडा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया रचित दिल्ली का रहने वाला है. दिल्ली में वह मूल रूप से सरस्वती विहार में रहता है. नोएडा पुलिस ने बुधवार को रचित को डीपीएस पब्लिक स्कूल नोएडा के पास से गिरफ्तार किया था.