नई दिल्ली:- कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के 50 स्टाफ को कोरोना हो गया है। भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा ईला के अपने 50 कर्मचारियों के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने की जानकारी देने वाले ट्वीट पर कुछ लोग तारीफों के पुल बांध रहे थे तो कुछ आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कोवैक्सीन लोगों की जिंदगी बचा रही है जबकि कुछ ने सवाल किया कि कर्मचारियों को टीका क्यों नहीं लगाया गया।

कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन की आपूर्ति बाधित होने पर कुछ नेताओं की टिप्पणियों पर ईला ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘टीम के लिए यह सुनना बहुत दिल तोड़ने वाला है कि कुछ राज्य हमारे इरादों की शिकायत कर रहे हैं। कोविड के कारण हमारे 50 कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं, फिर भी हम महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन में आपके लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।’

उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘आपके 50 कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित कैसे हो गए? उन्हें टीका क्यों नहीं लगाया गया? साथ ही अस्थायी आधार पर और लोगों की भर्ती क्यों नहीं कर रहे?’ ईला के ट्वीट को 13 मई को सुबह साढ़े दस बजे तक 9,373 लोगों ने ‘लाइक किया और 2,564 लोगों ने रीट्वीट किया।

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘आपको शुक्रिया कहना चाहते हैं। मेरे दादा-दादी 75 साल से अधिक उम्र के हैं और उन्होंने पांच हफ्ते पहले पहला टीका लगवाया, दो हफ्ते पहले दोनों कोविड से संक्रमित पाए गए। उन्हें केवल हल्का बुखार है, आज वे संक्रमित नहीं पाए गए, वे स्वस्थ हो रहे हैं और उन्हें कोई खास दिक्कत नहीं है।’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘भारत के हर कोने तक टीके पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए शुक्रिया भारत बायोटेक।’ एक और यूजर ने कहा, ‘अगर आप कहते हैं कि आपके कर्मचारी कोविड से बीमार है तो यह आपके टीके की क्षमता के बारे में बताता है।’

ईला ने बताया कि 18 राज्यों को छोटी-छोटी खेप में कोवैक्सीन मिले हैं। हैदराबाद स्थित कंपनी आंध्र प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, असम, जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, बिहार, झारखंड और दिल्ली समेत 18 राज्यों को कोवैक्सीन की आपूर्ति कर रही है। अन्य राज्य छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल हैं।