नई दिल्ली:- देश में कोरोना कहर पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान पर जोर देने की कवायद चल रही है लेकिन वैक्सीन की कमी से इस अभियान पर असर पड़ रहा है. वैक्सीन की प्रक्रिया को तेज करने के लिए निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन देने की छूट दे दी गई है लेकिन वैक्सीन की कीमत इतनी ऊंची है कि ज्यादातर आम लोग निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं. शुरुआत में केंद्र सरकार 150 रुपये प्रति डोज के हिसाब से दोनों देशी कंपनियों की वैक्सीन कोवीशील्ड और कोवैक्सिन को खरीद रही थी और इसे सरकारी और निजी अस्पतालों को भी दे रही थी. इसके बाद निजी अस्पतालों को 100 रुपये वैक्सीनेशन चार्ज वसूलने की अनुमति दी गई थी. उस समय निजी अस्पताल इस बात पर सहमत थे कि 100 रुपये में वैक्सीन लगाने की लागत कवर हो जाएगी। लेकिन अब ये अस्पताल प्रति डोज 900 से 1400 रुपये वैक्सीन के लिए वसूल रहे हैं. इसकी प्रमुख वजह क्या है.

इस तरह बढ़े वैक्सीन के दाम
30 अप्रैल तक निजी अस्पतालों में कोवीशील्ड औऱ कोवैक्सिन की एक खुराक की कीमत 250 रुपये तय की गई थी. इसमें 150 रुपये में केंद्र सरकार वैक्सीन निजी अस्पतालों को देती थी और उसे 100 रुपये सेवा शुल्क वसूलने की अनुमति दी गई थी. इसके बाद निजी अस्पताल सीधे वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन खरीदने लगे. एक मई को अस्पताल को कोवीशील्ड की एक खुराक 600 रुपये में मिली. इसपर 5 प्रतिशत जीएसटी और सेवा शुल्क लगाकर 800 से 900 रुपये तक की लागत आई और इतने में वे लोगों को वैक्सीन लगा रहे हैं.

कोवैक्सन की कीमत 1400 तक
दूसरी ओर कोवैक्सिन की कीमत अस्पताल 1200 रुपये तक लोगों से वसूल रहे हैं. अस्पतालों का कहना है कि कोवैक्सिन उसे कंपनी से 1200 रुपये में मिल रही है. जीएसटी और सेवा शुल्क मिलाकर लोगों से इसे 1400 में बेचा जा रहा है. यानी एक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों खुराक लेने में कम से कम 2000 रुपये खर्च करने होंगे. अगर परिवार में पांच व्यक्ति हैं तो उसे 10 हजार रुपये वैक्सीन लगवाने में लगेंगे.

अस्पतालों का दावा, वैक्सीन की लागत ही 900 रुपये
एक अस्पताल ने टीओआई से कहा कि जीएसटी और ट्रांसपोर्टेशन तथा स्टोरेज कॉस्ट के साथ कोविशील्ड की कीमत 660 से 670 रुपये बैठती है. इनमें से 5-6 फीसदी वैक्सीन टूट-फूट के कारण बर्बाद हो जाती है. इस तरह प्रति डोज वैक्सीन की कीमत 710 से 715 रुपये बैठती है. वैक्सीन लगाने के चार्ज में हैंड सैनिटाइजर, स्टाफ के लिए पीपीई किट, बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल आदि की लागत भी शामिल है जो 170 से 180 रुपये बैठती है. इस तरह वैक्सीन की प्रति डोज लागत 900 रुपये बैठती है. मैक्स अस्पताल में कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत प्रति डोज 900 रुपये है जबकि अपोलो अस्पताल इसके लिए 850 रुपये वसूल रहा है. इसी तरह मनिपाल में कोवैक्सिन का एक डोज लगाने की कीमत 1,350 रुपये है जबकि फोर्टिस अस्पताल इसके लिए 1,250 रुपये ले रहा है. बेंगलूरु के BGS Gleneanges Hospital और कोलकाता के Woodlands Hospital में कोवैक्सिन का एक डोज 1,500 रुपये में मिल रहा है.