दिल्ली:- दक्षिण दिल्ली के मदनगीर इलाके में मंगलवार को चार युवकों ने ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर एक युवक की हत्या कर दी। वारदात के बाद चारों युवक मौके से फरार हो गए। अंबेडकर नगर थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर दो युवकों को हिरासत में लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में आपसी रंजिश की बात सामने आ रही है।
मृतक कुणाल सांवरिया परिवार के साथ मदनगीर इलाके में रहता था। परिवार में पिता पवन कुमार, मां विमला देवी, बड़ा भाई रवि कुमार और बहन कोमल हैं। कुणाल 12वीं का छात्र था। उसके पिता पवन एमसीडी में माली की नौकरी करते हैं। परिजनों के अनुसार, मंगलवार को कुणाल के पिता पवन का जन्मदिन था। कुणाल केक लाने के लिए चुपचाप घर से निकला।
हालांकि उसने अपनी बहन को इसकी जानकारी दी थी। वह अपने पिता को सरप्राइज देना चाहता था। रात करीब नौ बजे जब वह मदनगीर के भूमिया चौक के पास पहुंचा तो उसे चार युवकों ने घेर लिया। कुणाल से उनकी कहासुनी होने लगी। तभी युवकों ने कुणाल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सीसीटीवी फुटेज में चारों आरोपी हमला करते नजर आ रहे हैं।
कुणाल ने वहां से भागकर अपनी जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह बच नहीं सका। आरोपियों ने उसके सिर, गर्दन, सीने, पेट और शरीर के अन्य हिस्सों में दर्जनभर से अधिक चाकू मारे। सूचना मिलते ही कुणाल का भाई रवि स्कूटी लेकर मौके पर पहुंचा। एक अन्य युवक की मदद से स्कूटी पर बिठाकर उसे मैक्स अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता को सरप्राइज नहीं दे सका कुणाल
लॉकडाउन के चलते मंगवार सुबह से परिवार में पवन का जन्मदिन मनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं थी। सभी को लगा दुकानें बंद हैं, केक और गिफ्ट का इंतजाम संभव नहीं होगा। हालांकि कुणाल ने चुपचाप जन्मदिन मनाने की तैयारी कर ली थी। उसने अपनी बहन को इस बारे में थोड़ी जानकारी दी थी।
कोमल ने बताया कि वह पिता को सरप्राइज नहीं दे सका। उसकी आखिरी इच्छा भी पूरी नहीं हो सकी। वह परिवार में सबसे छोटा था और पिता के जन्मदिन को लेकर काफी उत्साहित था। हालांकि परिजनों को कहना है कि उसकी किसी से रंजिश नहीं थी।
मदद करने के बजाए वीडियो बनाते रहे लोग
वारदात के दौरान भूमिया चौक पर अधिक संख्या में लोग मौजूद थे। आरोपी युवक कुणाल पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला करते रहे, लेकिन किसी ने हिम्मत दिखाकर उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। कुणाल के गंभीर रूप से घायल होने के बाद आरोपी वहां से चले गए। वह आखिरी सांस के लिए तड़प रहा था, लेकिन कोई उसकी मदद नहीं कर रहा था। लोग तमाशाबीन की तरह उसके तड़पने का वीडियो बना रहे थे। सूचना मिलने के बाद जब तक उसका भाई रवि वहां पहुंचा, तब तक काफी देर हो चुकी थी। वह अपने भाई को नहीं बचा सका।