कोरबा 12 जून 2021:- आयुक्त कुलदीप शर्मा ने अधिकारियों एवं सफाई एजेंसियों को निर्देश देते हुए कहा है कि स्वच्छता कार्य में संलग्न संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करें, आवश्यकतानुसार संसाधनों को बढ़ाएं तथा सफाई कार्यो में बेहतरी लाएं। उन्होने कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखना हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, अतः साफ-सफाई कार्यो में किसी भी प्रकार की कोताही व उदासीनता न बरतें।

नगर पालिक निगम कोरबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में शुक्रवार को आयुक्त कुलदीप शर्मा ने निगम के स्वच्छता विभाग के अधिकारियों, सफाई एजेंसियों तथा सार्वजनिक उपक्रमों के स्वच्छता कार्य प्रभारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक लेकर सम्पूर्ण निगम क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था एवं किए जा रहे साफ-सफाई कार्यो की समीक्षा की। बैठक के दौरान आयुक्त शर्मा ने जोनवार, क्षेत्रवार व वार्डवार सफाई कार्या में लगाए गए आवश्यक संसाधनों, मानव बल, सफाई कार्यो के दौरान निकलने वाले अपशिष्ट एवं उसका समापन, डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण, एस.एल.आर.एम.सेंटरों में अपशिष्ट का प्रबंधन सहित स्वच्छता के विभिन्न बिन्दुओं की विस्तार से समीक्षा की।

आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों व सफाई ठेकेदारों को निर्देश देते हुए कहा
आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों व सफाई ठेकेदारों को निर्देश देते हुए कहा कि मानसून का आगमन निकट है, अतः निगम क्षेत्र में स्थित समस्त बडे़ नालों एवं नालियों की पूर्ण रूप से सफाई सुनिश्चित कर लें। उन्होने कहा कि इस हेतु व्यापक स्तर पर अभियान चलाएं, नालियों में पड़ी हुई प्लास्टिक, पन्नी सहित अन्य अपशिष्टों को एक अभियान के रूप बाहर निकालें, सफाई कार्ये के बाद कचरे का तुरंत उठाव करें तथा यह सुनिश्चित करें कि स्थल पर कचरा पड़ा न रहें।

आयुक्त शर्मा ने विशेष रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि सफाई कार्यो के दौरान हमारे कर्मचारी आवश्यक सुरक्षा उपकरण अवश्य धारण करें। बैठक के दौरान अपर आयुक्त अशोक शर्मा, मुख्य लेखाधिकारी पी.आर.मिश्रा, स्वास्थ्य अधिकारी व्ही.के.सारस्वत, डॉ.संजय तिवारी, सुनील वर्मा, कमलेश रात्रे, एस.ई.सी.एल. से एन.के.शर्मा व जी.डी. दामोदरन, सफाई ठेकेदार वरूण गोस्वामी, रामू पाण्डेय, पुरूषोत्तम शर्मा, राजीव जायसवाल, दीपेश कुमार सिंह, आरिफ मेमन सहित अन्य सफाई ठेकेदार व स्वच्छता निरीक्षक, पर्यवेक्षक आदि उपस्थित थे।

निर्धारित पैरामीटर अनुसार हो सफाई कार्य-
आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक वार्ड की आवश्यकता के अनुसार सफाई कार्यो के लिए पैरामीटर निर्धारित किए जा रहे हैं, इन निर्धारित पैरामीटर्स के अनुरूप ही सफाई कार्य होंगे ताकि सफाई कार्यो के बेहतर परिणाम सामने आ सके। उन्होने कहा कि सड़कों के किनारे प्लास्टिक, पन्नी एवं अन्य ठोस अपशिष्ट बिखरे हुए दिखाई देते हैं, अतः इन्हें एक अभियान के रूप में साफ करें, नालियों की नियमित सफाई करें।

बडे़ नालों की सफाई-
आयुक्त शर्मा ने निगम क्षेत्र में स्थित बडे़ नालों की सफाई कार्यो की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि निगम क्षेत्र के 08 जोन के अंतर्गत लगभग 38 नाले स्थित हैं, इन सभी नालों की एक बार पूर्ण सफाई की जा चुकी है तथा आवश्यकतानुसार कुछ नालों की दूसरी या तीसरी बार भी सफाई हो चुकी है। आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्षा ऋतु को देखते हुए नालों की स्वच्छता पर बराबर नजर रखें, नालों में अपशिष्ट जमा न हों, आवश्यकतानुसार सफाई करते रहें ताकि बरसात में जल निकासी में किसी प्रकार का अवरोध उपस्थित न हों।

सार्वजनिक प्रतिष्ठान सफाई कार्यो को गंभीरता से लें-
आयुक्त शर्मा ने सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों से कहा कि वे सफाई कार्यो को पूरी गंभीरता से लें तथा सफाई कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही व उदासीनता न बरती जाएं, शहर को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होने कहा कि भ्रमण के दौरान यह देखा गया है कि सार्वजनिक उपक्रमों के क्षेत्र में कहीं-कहीं पर कचरा बिखरा पड़ा है तथा कई दिनों से सफाई नहीं की गई, अतः जिम्मेदार अधिकारी इस पर कड़ी नजर रखें तथा नियमित सफाई कार्य करवाएं। उन्होने कहा कि निगम क्षेत्र के केवल 08 वार्डो के सफाई की जिम्मेदारी सार्वजनिक उपक्रमों की है, अतः वे निर्धारित वार्डो में पूरी गंभीरता के साथ सफाई कार्य कराएं।

डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य को मजबूती दें-
आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि किए जा रहे डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण के कार्य को और अधिक व्यवस्थित व मजबूत करें, यदि समय पर नियमित रूप से हमारा सफाई रिक्शा कचरा लेने के लिए घर-घर पहुंचेगा तो लोगों द्वारा सड़क, नाली व सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने की संभावनाएं कम रहेगी। उन्होने कहा कि आमलोगों से भी लगातार आग्रह करें कि वे सड़क, नाली व सार्वजनिक स्थान पर कचरा न डालें, कचरे को डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण वाले वाहन में ही अनिवार्य रूप से कचरे को दें।

दुकानों में अनिवार्य रूप से रखें डस्टबिन-
आयुक्त शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि ठेला, गुमठी व अन्य दुकानों के संचालक अपनी दुकानों में अनिवार्य रूप से डस्टबिन रखें। दुकानों से निकले अपशिष्ट को डस्टबिन में ही डालें तथा उसका उचित समापन करें। उन्होने कहा कि जिन ठेला, गुमठी संचालकों के पास डस्टबिन उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें डस्टबिन उपलब्ध कराएं, उसका रिकार्ड रखें तथा यदि इसके बावजूद भी उनके द्वारा कचरा डस्टबिन में न डालकर इधर-उधर फैलाया जाता है तो अर्थदण्ड की कार्यवाही करें।