हाजीपुर:- बिहार पुलिस ने हाजीपुर में 11 जून को एचडीएफसी बैंक में हुई सबसे बड़ी लूट के खुलासे का दावा किया है। 1 करोड़ 19 लाख 60 हजार रुपए की इस लूट की जांच के दौरान पुलिस को एक मां-बेटे के पास से रुपयों से भरा हुआ बक्सा मिला है। मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कई लाख रुपए बरामद किए हैं। मामले में मां-बेटे सहित कई लोगों को उठाकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार इस सनसनीखेज वारदात की जांच में जुटी पुलिस को मुजफ्फरपुर में एक ही जगह पर दो पांच घंटे के अंदर बार छापामारी करनी पड़ी। मामले की जांच में मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर पुलिस के अलावा एसटीएफ पटना की टीम भी लगी थी। खुसाला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अभी भी गैंग के कुछ अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी बाकी है। पुलिस इन सदस्यों की गिरफ्तारी और लूट के बाकी बचे रुपयों की बरामदगी के प्रयास में जुटी है।
तीन मिनट 10 सेकेंड में हुई थी वारदात
एक करोड़ 19 लाख 60 हजार रुपए लूट की इस वारदात को अपराधियों ने 03 मिनट 10 सेकेंड में ही अंजाम दे दिया था। वारदात के बाद वे आराम से भाग निकले थे। हालांकि लूट की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान और इनकी गिरफ्तारी में काफी मदद मिली।
बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज में अपराधियों द्वारा लूट की पूरी वारदात कैद हो गई थी। फुटेज में दिख रहा था कि बैंक परिसर में पहले से लगी एक बिना रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेटिना बाइक से एक युवक जढुआ की तरफ जाता है, जहां बिदुपुर की तरफ से कुछ युवक पैदल जढुआ की तरफ आगे बढ़ते हैं और सड़क पर ही रुककर कुछ बात करते हैं। ये वारदात लगभग 10 बजकर 20 मिनट 55 सेकेंड की है। वहीं से सभी युवक पैदल बैंक की तरफ बढ़ते हैं और बारी-बारी से 10 बजकर 22 मिनट 26 सेकेंड पर बैंक के अंदर प्रवेश करते हैं। सीसीटीवी फुटेज में लगभग सभी के हाथ में कट्टा दिखाई दे रहा है।
एक अपराधी के पास पिस्टल भी था। बैंक में घुसते ही अपराधियों ने सभी बैंक कर्मियों को बंधक बना लिया और काउंटर के रुपए निकालते हुए बैंक मैनेजर श्वेता कुमारी से वोल्ट की चाभी मांगी, चाभी मिलने के बाद अपराधियों ने बोरा और एक बैग में रुपया भरा और ठीक 10 बजकर 25 मिनट 36 सेकेंड में बैंक से बाहर निकल गए। अपराधियों ने रुपये से भरा हुआ बोरा और बैग पीठ पर लाद लिया था। इसके बाद बड़े आराम से सभी अपराधी मुख्य सड़क पर आये और बिदुपुर की तरफ कुछ मीटर आगे से दाहिने कर्णपुरा की तरफ से भाग निकले। अपराधियों द्वारा इस लूट कांड को मात्र तीन मिनट दस सेकेंड में अंजाम दिया गया।