वडोदरा:- गुजरात के वडोदरा जिले के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और करजन पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर की पत्नी लापता हो गईं हैं. इंस्पेक्टर ए.ए. देसाई की पत्नी पिछले एक महीने से गायब हैं. काफी तलाश के बाद भी उनका कोई पता नहीं चल सका है.

पुलिस इंस्पेक्टर देसाई की पत्नी स्वीटी बेन पटेल को पुलिस लगातार खोज रही है, लेकिन उनका कहीं से कोई पता नहीं चल पा रहा है. स्वीटी बेन का पता लगाने के लिए के लिए हाल ही में पुलिस ने उनकी फोटो गुजरात के तमाम अखबारों में निकलवाई थी, साथ ही जानकारी देने वाले को इनाम देने की घोषणा भी की. लेकिन फिर भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक वडोदरा के करजन इलाके में आई प्रवेशा सोसायटी में रहने वाले इंस्पेक्टर देसाई की पत्नी स्वीटी पटेल (उम्र 37) पांच जुलाई को रात 1:00 बजे घर छोड़कर चली गईं. इस मामले में स्वीटी के भाई जयदीप पटेल ने 11 जून को करजन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई.

अखबार में विज्ञापन
पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी. लेकिन तब से आज तक उनका कोई पता चला है. स्वीटी पटेल अपनी 2 साल की बच्ची और मोबाइल फोन घर में घर में ही छोड़कर गईं हैं.

पुलिस के मुताबिक, इंस्पेक्टर देसाई और स्वीटी पटेल की 2016 में लव मैरिज हुई थी. उनका 2 साल का एक बच्चा भी है. इस मामले में पुलिस तफ्तीश में यह भी पता चला है कि स्वीटी पटेल का पासपोर्ट जून 2020 में ही एक्सपायर हो गया था, जिस वजह से वह अपने रिश्तेदारों के यहां विदेश गईं हों इसकी संभावना कम ही है. इस मामले में चौंकाने वाली बात है कि खुद पुलिस इंस्पेक्टर देसाई ने पुलिस में दिए अपने बयान में कहा है कि उसकी पत्नी रात को 1:00 बजे के आसपास गायब हुईं हैं, जबकि पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आसपास के सीसीटीवी को खंगाला तो पाया कि देसाई की पत्नी स्वीटी रात को 9 से 10 के बीच में घर से बाहर जाती हुई दिख रही हैं.

बताया जा रहा है कि देसाई नेखुद के ही के समाज की दूसरी लड़की के साथ शादी की थी, जिसके बाद स्वीटी पटेल ने बार-बार अपने पति को दूसरी पत्नी को तलाक देने के लिए कहा. इसे लेकर दोनों के बीच में झगड़ा भी होता रहता था. हालांकि जिस सोसायटी में स्वीटी पटेल और इंस्पेक्टर देसाई रहते थे उस सोसायटी के लोगों के मुताबिक, उन्होंने स्वीटी को बहुत ही कम बार अपने घर से बाहर जाते हुए देखा. साथ ही अगर कुछ भी काम है तो देसाई ही सोसायटी के बाहर आते जाते दिखते थे. सोसायटी के कई लोग तो ऐसे थे जिन्हें पता ही नहीं था कि यहां पर कोई महिला भी रहती है.