नई दिल्ली:- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री रहने के फॉर्मूले को नकारते हुए कहा, हकीकत यह है कि आलाकमान के निर्देश पर मुख्यमंत्री का पद संभाला है, और जिस दिन आलाकमान का निर्देश मिलेगा, उस दिन हट जाऊंगा. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को तीन-चौथाई बहुमत है इसलिए किसी तरह का संशय नहीं होना चाहिए. किसी गठबंधन में सरकार नहीं है, स्पष्ट बहुमत में जो हाईकमान चाहेगा वो होगा. दिल्ली दौरे पर आए सीएम भूपेश बघेल कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अलाकमान जिम्मेदारी सौपेंगे तो काम करेंगे. रविवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी से हुई मुलाकात को उन्होंने शिष्टाचार भेंट करार दिया.

कोरोना संक्रमण पर केंद्र सरकार को घेरते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार को सचेत करते रहे, मगर वो नमस्ते ट्रम्प, मध्य प्रदेश में सरकार गिराने में लगे रहे. कोई फैसला सरकार नहीं ले पाई, जिसका खमियाजा देश को भुगतान पड़ रहा है.

प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में भी ‘दीदी ओ दीदी’ में लगे रहे, इस वजह से कोरोना देश मे फैला और लाखों की जान चली गई. सरकार ऑक्सीजन, दवा तक मुहैया नहीं करा पाई, इस वजह से देश में भारी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सात राज्यों से घिरा हुआ है, इस कारण से जो पड़ोसी राज्यों में होगा उसका प्रभाव छत्तीसगढ़ पर भी होगा.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब है, मगर टेस्टिंग किट का अभाव है. कोरोना का RT-PCR टेस्ट भी बाहर कराना होता था, लैब स्थपित करने को कहा, तो केंद्र सरकार ने हमारे आदेश के बिना कुछ नहीं करने निर्देश दिया. मगर बाद में कोरोना नियंत्रण से बाहर चले जाने पर केंद्र ने लैब स्थपित करने का निर्देश दिया. भूपेश बघेल ने कहा कि 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को कोरोना का टीका लगाने के लिए केंद्र सरकार के पास नहीं है इसलिए राज्यों पर छोड़ते देते हैं. आलोचना होने के बाद केंद्र सरकार ने अपना फैसला बदला. केंद्र सरकार आज भी राज्यों को टीका मुहैया नहीं करा पा रही है. राजस्थान में 10 लाख से अधिक टीका लगाने की क्षमता है, छत्तीसगढ़ सवा तीन लाख टीका प्रतिदिन लगा सकता है, मगर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध टीका नहीं हो पा रहा है.

किसानों की मांग के बिना कृषि कानून लाई केंद्र सरकार
मुख्यमंत्री भूपेश ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी सरकार करार देते हुए कहा इंदिरा गांधी ने हरित क्रांति शुरू की थी, तीन साल खिला सके इतना अनाज गोदाम है. लेकिन आज केंद्र सरकार ज्यादा पैदावार करने पर सजा दे रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने कानून बदल दिए, राज्यों को बोनस नहीं देने दे रहे हैं. देश में यूरिया, DAP की कमी है, इसकी कालाबाजारी हो रही. केंद्र सरकार बीजेपी शासित राज्यों को पहले उर्वरक दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की मंशा है कि किसानों को उचित दाम नहीं मिले, उत्पादन कम हो यह षडयंत्र हो रहा है.

उन्होंने कहा कि किसानों ने कृषि सुधार कानून की मांग कभी नहीं की थी, जब मांग नहीं की तो कानून किसके लिए लाए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का अड़ियल रवैया साफ करता है यह सरकार किसानों की हितैषी नहीं है, किसी और के हितैषी हैं.