जयपुर:- राजस्थान में तबादलों का महाकुंभ शुरू हो चुका है. राजधानी जयपुर स्थित सिविल लाइंस में मंत्रियों के बंगले भीड़ से गुलजार हैं. तबदलों के तलबगार डिजायर लेकर मंत्रियों के बंगलों पर पहुंच रहे हैं. तबादले के लिये कोई मंत्री जी के हाथ जोड़कर विनती कर रहा है तो कोई पैर छू रहा है. सबसे ज्यादा गुलजार शिक्षा राज्यमंत्री का बंगला है. यहां बरसों से घर से दूर सेवायें दे रहे गुरुजी तबादलों के आदेश होते ही मंत्री जी के दरवाजे पर ढोक लगा रहे हैं. पूर्व में लेक्चरर से लेकर प्रिंसिपल तक की मंत्री ने मुराद पूरी कर दी थी. अब सैंकंड ग्रेड के ऑनलाइन आवेदन भी मांग लिये गये है. लेकिन अंतिम छोर पर बैठे तृतीय श्रेणी के गुरुजी का नंबर आने में अभी वक्त लगेगा.

तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादलों में अभी कई बाधायें हैं. थर्ड ग्रेड के तबादले नहीं होने के पीछे बड़ी वजह स्टाफिंग पैटर्न का लागू होना है. इसके साथ ही सरकार ने हाल ही में शिक्षा विभाग में बरसों से लंबित सेवा नियमों में परिवर्तन का ऐतिहासिक कदम उठाकर शिक्षक समुदाय की बरसों पुरानी मांग पूरी तो कर दी लेकिन अभी भी नियमों की फाइल पर राज्यपाल के दस्तखत नहीं हो पाये हैं.

शिक्षा राज्यमंत्री का दावा किसी को परेशान नहीं होने दिया जायेगा
यही नहीं गहलोत सरकार ने पंचायतीराज शिक्षकों के माध्यमिक शिक्षा में आने का रास्ता भी खोल दिया है. जो शिक्षक पंचायतीराज से माध्यमिक शिक्षा में चले जायेंगे उनके खाली पदों पर थर्ड ग्रेड शिक्षकों की पोस्टिंग होंगी. मंत्री शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का दावा है कि सरकार हर जरुरतमंद शिक्षक का खयाल रखेगी. किसी को भी परेशान नहीं होने दिया जायेगा.

मंत्रियों से लेकर विधायकों तक की डिजायर
बहरहाल शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बंगले पर इन दिनों शिक्षकों की भीड़ टूटकर पड़ रही है. तबादलों के तलबगार शिक्षक बेचैन हैं. वे मंत्रियों से लेकर विधायकों तक की डिजायर लेकर शिक्षा राज्यमंत्री के घर दस्तक दे रहे हैं. लेकिन मंत्रीजी की मेहरबानी किस पर हुई है यह तो जब लिस्टें आयेंगी तभी पता चल पाएगा.