कोरबा:– जिला पुलिस कप्तान भोजराम पटेल द्वारा अपने सभी थाना- चौंकियों प्रभारियों को जुआ- सट्टा, शराब, खदानों से डीजल चोरी, कबाड़ के अवैध व्यवसाय पर सख्ती से रोक लगाने के दिये गए कड़े निर्देश के बाद पुलिस द्वारा उक्त गतिविधियों पर लगातार कार्यवाही करते हुए दो नंबरी कार्यों पर रोक लगाने में जुटी हुई है। लेकिन कुछ अवैध कारोबारी पुलिस के इस अभियान को चुनौती देने के प्रयास में लगे हुए है, पर पुलिस की सक्रियता के आगे उनकी दाल नही गल पा रही है। ऐसे ही कटघोरा निवासी चर्चित कबाड़ी बंटी अग्रवाल जो जिला पुलिस व प्रशासन के रिकार्ड में जिलाबदर है, किंतु चोरी- छिपे कटघोरा में ही रहकर पुलिस के अन्य सहित कबाड़ व्यवसाय पर रोक लगाने के अभियान को चुनौती देने की मंशा में लगा हुआ है।
जिसके तहत बीते दिनों लाखों का कबाड़ रायगढ़ खपाने के लिए भेजने के दौरान वाहन दर्री पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जहां मुखबिर के माध्यम से दर्री पुलिस को सूचना मिली थी कि कटघोरा इलाके से ट्रक में कबाड़ भरकर रायगढ़ खपाने ले जाया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस हरकत में आई और घेराबंदी कर ट्रक क्रमांक CG-04 JC 4953 को रोककर तलाशी लेने पर उसमें कबाड़ भरा मिला।
जिसके बाद कबाड़ लोड ट्रक को जब्त कर चालक प्रदीप घोष को भी हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में आरोपी ट्रक चालक ने कबाड़ को कटघोरा निवासी बंटी अग्रवाल का होना बताया, जिसे कारखाना एरिया से लोड कर रायगढ़ खपाने ले जाना बताया। ट्रक में भरा कबाड़ तकरीबन 22 टन वजनी है जिसकी कीमत पुलिस ने 11 लाख व वाहन की कीमत 5 लाख रुपए आंकी है। इस प्रकार 16 लाख का समान जब्त किया गया है। पुलिस ने मामले में 379, 41, 1, 4 चोरी का प्रकरण कायम कर जांच में ले लिया है।
बता दें कि कटघोरा निवासी बंटी अग्रवाल क्षेत्र में शातिर कबाड़ी के रूप में जाना जाता है, जो स्थानीय कारखाना एरिया में गोदाम बना कर विगत कई वर्षों से अवैध कबाड़ व्यवसाय का संचालन करते आ रहा है, तथा जो ज्यादातर बंद पड़े खदानों, उपक्रमों से चोरी का स्क्रैप सामान खरीदकर गुपचुप तरीके से बाहर खपाने का काम करता रहा है। इसके अलावा बंटी कबाड़ी को जिलाबदर भी किया गया है। किंतु वह चोरी- छिपे कटघोरा में ही रहकर पुलिस अंकुश के बाद भी अपने अवैध कबाड़ व्यवसाय को गति देने के फिराक में लगा हुआ है। लेकिन पुलिस अधीक्षक श्री पटेल के कार्यकाल में ऐसे दो नंबरी लोगों को अपने कृत्य को अंजाम देने के लिए लोहे के चने चबाने होंगे।