अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के बारे में तो आपने जान ही लिया होगा। यह भी जानते ही होंगे कि पीएम, डेप्युटी पीएम से होम मिनिस्टर तक कैबिनेट के कम से कम 14 सदस्य संयुक्त राष्ट्र की कालीसूची में नामित आतंकवादी हैं। इस बीच अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक ‘दा अफगानिस्तान बैंक’ (DAB) के बंदूकधारी चीफ हाजी मोहम्मद इदरिस की तस्वीर भी वायरल हुई है। इसमें वह दफ्तर में बैठकर लैपटॉप चलाते दिख रहे हैं तो टेबल पर बंदूक भी रखा है।

हाल ही में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इदरिस को डीएबी का मुखिया बनाए जाने की घोषणा की थी। भारत के रिजर्व बैंक की तरह डीएबी भी अफगानिस्तान का केंद्रीय बैंक है और बैंकिंग सेक्टर के साथ अर्थव्यवस्था भी काफी हद तक इसकी नीतियों पर निर्भर करती है।

जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक ट्वीट में कहा था कि हाजी मोहम्मद इदरिस को “सरकारी संस्थानों और बैंकिंग मुद्दों को व्यवस्थित करने और लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए” डीएबी का कार्यवाहक प्रमुख नियुक्त किया गया है। हाजी मोहम्मद इदरिस अफगानिस्तान को जौजान का रहने वाला है और तालिबान के आर्थिक आयोग का प्रमुख रहा है।

तालिबान के सामने आर्थिक संकट 
‘बंदूकधारी अर्थशास्त्री’ अफगानिस्तान के बैंकिंग सेक्टर और इकॉनमी को कैसे संभालता है यह तो आने वाले समय में पता चलेगा, फिलहाल तालिबान के सामने बड़ी आर्थिक चुनौती है। चीन और पाकिस्तान जैसे चंद मुल्कों को छोड़कर अधिकतर देशों ने अफगानिस्तान को आर्थिक मदद बंद कर दी है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही अधिकतर बैंक बंद हैं तो लोगों को कैश की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जरूरी वस्तुओं की किल्लत की वजह से महंगाई आसमान पर जा चुकी है।