सरगुजा:- छत्तीसगढ़ में BJP के पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने क्षेत्र की जनता को 20 हजार करोड़ रुपए बांटने का वादा किया है। मतदाता को दो लाख रुपए देंगे। इसके लिए बकायदा गांव-गांव घूमकर अभियान चला रहे हैं। दावा है कि यह रकम उन्हें रिजर्व बैंक और DRDO उपलब्ध कराएगा। प्रोफेसर ने कहा कि रिजर्व बैंक ने तो उनके एक्सिस बैंक के खाते में रकम ट्रांसफर भी कर दी है। KYC पूरी कर वह 2 अप्रैल से रकम का डिस्ट्रीब्यूशन शुरू करेंगे।
दरअसल, प्रोफेसर गोपाल राम 1998 में सीतापुर क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं। इसके बाद BJP ज्वाइन कर ली और उन्हें 2018 में टिकट मिला, लेकिन हार गए। अब एक बार फिर प्रोफेसर गोपाल राम चर्चा में है। इस बार चर्चा उनके चुनाव को लेकर नहीं, बल्कि अपने रुपए बांटने के दावे और वादे को लेकर हैं। इसमें मतदाता के परिवार के 16 साल से बड़े बच्चों को एक लाख और उससे छोटे सभी बच्चों को 50 हजार रुपए देने का वादा भी शामिल है।
गांव-गांव में घूम लोगों से ले रहे उनके बैंक डिटेल की जानकारी
प्रोफेसर गोपाल राम ने अपने इस वादे या दावे को अमलीजामा भी पहनाना शुरू कर दिया है। इसके लिए वह गांव-गांव घूमकर लोगों से मिल रहे हैं और उनके बैंक डिटेल की जानकारी ले रहे हैं। इसके लिए बकायदा लोगों से फार्म तक भरवाया जा रहा है। दावा है कि अभी तक 2000 लोगों ने फार्म भरे हैं। इनमें तमाम ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने अपने खाते के साथ ही आधार कार्ड और राशन कार्ड की कॉपी भी उन्हें मुहैया कराई है।
आखिर रकम बांटने का दावा क्यों है पूर्व विधायक का
आखिर पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम इतनी बड़ी रकम बांटने का दावा या वादा क्यों कर रहे हैं। इसका जवाब भी वह देते हैं। कहते हैं कि कोरोना के कारण बहुत से लोगों को रोजगार चला गया। कई लोगों का स्वर्गवास हो गया। लोगों के सामने तमाम परेशानियां आ गईं। इन रुपयों के जरिए वह गरीबों का कुछ भला करना चाहते हैं। जिससे वह अपनी आजीविका को बेहतर बना अच्छा जीवन यापन कर सकें।
विधायक बोले- DRDO को मेंबर, वहां से मिलेंगे रुपए
विधायक प्रोफेसर गोपाल राम से जब पूछा गया कि इतने रुपए आखिर आएंगे कहां से? तो उन्होंने जवाब दिया कि रिजर्व बैंक ने उनके खाते में रुपए ट्रांसफर किए हैं। यह उनके किसी बिजनेस से जुड़ी हैं। इसके अलावा DRDO यानी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन से मिलेंगे। उन्होंने खुद को DRDO का सदस्य भी बताया है। साथ ही कहा कि अभी सेंट्रल बैंक खाता धारकों की लिस्ट बनाई गई है। इसके बाद अन्य बैंकों भी लिस्ट बनाएंगे। उनकी बैंकों के मैनेजर से भी इस संबंध में बात हो गई है।