नई दिल्ली:- सरकार मार्च के आखिर तक LIC का IPO बाजार में उतारने को लेकर उतावली दिख रही है, लेकिन उससे भी ज्यादा उतावले हैं निवेशक. सरकार ने जबसे पॉलिसीधारकों के लिए डिस्काउंट का ऐलान किया है, डीमैट खाते खोलने वालों की बाढ़ आ गई है.
ब्रोकर्स का कहना है कि कोई भी निवेशक इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहता. LIC का IPO उतारने के लिए जितनी तैयारी सरकार कर रही है, उतनी ही तेजी से निवेशक भी अपनी तैयारियां पूरी कर रहे हैं. यही कारण है कि जनवरी महीने में ही 34 लाख नए डीमैट खाते खोले जा चुके हैं और फरवरी में यह संख्या और ज्यादा बढ़ने का अनुमान है.
पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व होगा कोटा
सरकार ने LIC पॉलिसीधारकों के लिए IPO का कोटा भी रिजर्व कर दिया है. पॉलिसीधारकों को IPO में जारी होने वाले कुल शेयरों में से 10 फीसदी अलग से मिलेंगे. इसके अलावा IPO में शेयरों का जो मूल्य होगा, उस पर भी डिस्काउंट दिया जाएगा. यही कारण है कि पॉलिसीधारक तेजी से डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हैं, ताकि वे इस मौके का लाभ उठा सकें.
ब्रोकर्स भी चला रहे स्कीम
पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ब्रोकर्स भी कई तरह की स्कीमें चला रहे हैं. डिजिटल और ट्रेडिशनल दोनों ही तरह के ब्रोकर्स पॉलिसीधारकों को डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए गिफ्ट वाउचर सहित कई तरह की छूट की पेशकश कर रहे हैं. एनालिस्ट अनुमान जता रहे हैं कि LIC के IPO के जरिये सरकार करीब 1 लाख करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है.
कंपनी के एजेंट को भी मौके का इंतजार
LIC के एजेंट का कहना है कि कंपनी के साथ निवेश से ज्यादा उनका इमोशनल अटैचमेंट है और वे इस मौके को किसी भी तरह हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं. ये हमारे लिए बड़ा मौका होगा कि हम भी LIC के शेयरों के मालिक बन जाएंगे. गौरतलब है कि देशभर में LIC से करीब 13 लाख एजेंट जुड़े हुए हैं.