ग्वालियर:- ग्वालियर में एक RTI कार्यकर्ता के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गयीं. पंचायत सचिव और सरपंच के पति सहित अन्य लोगों ने कार्यकर्ता की जूतों से पिटाई की गयी और फिर जूते में भरकर पेशाब पिलाई गयी. पिटाई के कारण बुरी तरह जख्मी कार्यकर्ता गंभीर हालत में दिल्ली के एम्स में भर्ती है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. इस जुल्म की वजह सिर्फ ये थी कि कार्यकर्ता ने ग्राम पंचायत से संबंधित कोई जानकारी मांग ली थी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अलग अलग धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
ग्वालियर जिले में ग्राम पंचायत से संबंधित जानकारी मांगने पर एक दलित RTI एक्टिविस्ट की जमकर पिटाई की गयी और जूते में भरकर यूरिन पिलाई गई. पिटाई में कार्यकर्ता को इतनी गहरी चोटें आयी हैं कि उसे गंभीर हालत में दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है. घटना पनिहार थाना के बरही गांव की है. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने सरपंच पति, सचिव सहित 7 लोगों के खिलाफ मारपीट और दलित उत्पीड़न का केस दर्ज ओर लिया है.
सरपंच पति और सचिव ने पीटा
RTI कार्यकर्ता का नाम शशिकांत जाटव है. 33 वर्षीय शशिकांत ने बरही ग्राम पंचायत में RTI लगाकर महत्वपूर्ण जानकारी मांगी थी. RTI लगाते ही बरही सरपंच में हड़कंप मच गया. सरपंच के पति, पंचायत सचिव ने 23 फरवरी के दिन शशिकांत को ग्राम पंचायत कार्यालय में बुलाया. सबने मिलकर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और आरोप है कि फिर करीब 7 लोगों ने शशिकांत को बेरहमी से पीटा. पिटाई के दौरान जातिवादी गाली गलौच भी की गयी. शशिकांत की पत्नी ने बताया कि मारपीट के दौरान आरोपियों ने शशिकांत को जूते में भरकर पेशाब पिलायी गयी. पिटाई में घायल होने के बाद शशिकांत को ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालात ज्यादा गंभीर होने पर दिल्ली के एम्स में शिफ्ट करना पड़ा.
यूरिन पिलाने वाले 7 लोगों पर FIR दर्ज
पनिहार पुलिस ने घायल RTI कार्यकर्ता शशिकांत की शिकायत पर 7 आरोपियों के खिलाफ़ हत्या की कोशिश, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम में केस दर्ज किया है. आरोपियों में बरही की आशा कौरव, संजय कौरव, धामू, भूरा, गौतम, विवेक शर्मा और सरनाम सिंह शामिल हैं. पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि शशिकांत को इलाज के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है. घटना के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालत गंभीर होने के कारण शशिकांत के बयान अभी नहीं हो पाए हैं. बयान दर्ज करने के लिए जांच अधिकारी को दिल्ली भेजा जाएगा.