नई दिल्ली:- खीरी लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. एसआईटी की सिफारिश के बाद सीजेएम कोर्ट ने उनके बेटे और तिकुनिया कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत अन्य पर एफआईआर में साजिश के तहत हत्या, हत्या का प्रयास, शस्त्र अधिनियम की धाराओं को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. बुधवार को जब पत्रकारों ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री से सवाल पूछा तो वह भड़क गए. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों के साथ गलत व्यवहार किया और उन्हें गालियां भी दीं. इस बीच अजय मिश्रा का दिल्ली तलब कर लिया गया है. बताया जा रहा कि वे शाम 5.35 बजे की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पत्रकारों के साथ गलत व्यवहार करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में अजय मिश्रा को, ‘बेवकूफी के सवाल मत किया करो, दिमाग खराब है क्या, फोन कर दे. ये मीडिया वाले चोरों ने निर्दोश आदमी को … शर्म नहीं आती है (बेवकूफ सवाल मत पूछो. क्या तुम पागल हो? ये मीडियाकर्मी, चोर … उन्हें कोई शर्म नहीं है.’ कहते हुए सुना जा सकता है.
#WATCH | MoS Home Ajay Kumar Mishra ‘Teni’ hurls abuses at a journalist who asked a question related to charges against his son Ashish in the Lakhimpur Kheri violence case. pic.twitter.com/qaBPwZRqSK
— ANI UP (@ANINewsUP) December 15, 2021
दरअसल, बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी लखीमपुर के ओयल में मदर चाइल्ड केयर के ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस दौरान जब पत्रकारों ने उनस बेटे आशीष मिश्रा पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘यही सा#& जो मीडिया वाले हैं ना, एक निर्दोष आदमी को फंसाया है, शर्म नहीं आती है कितने गंदे लोग हैं.. हॉस्पिटल है, सब है, यह नहीं दिखाई देता है.’
उल्लेखनीय है कि 14 दिसंबर को लखीमपुर खीरी कांड की एसआईटी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पूरी घटना कोई हादसा नहीं बल्कि साजिश बताया गया है. इसके साथ ही आशीश मिश्रा और अन्य लोगों पर कुछ और गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. इतना ही नहीं लोकसभा में भी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाने का मुद्दा उठा है.
राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘धर्म की राजनीति करते हैं, आज राजनीति का धर्म निभाइए, यूपी गए ही हैं तो मारे गए किसानों के परिवारों से मिलकर आइए. अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है!’