हरिद्वार:- उत्‍तराखंड के हरिद्वार में अवैध संबंधों का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पत्नी ने अपने दूधवाले प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी. दोनों ने पति को मारकर उसे पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की और उसकी अधजली लाश को जंगल में फेंक दिया. इतना ही नहीं थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी और पत्नी की भूमिका संदिग्ध होने पर पुलिस की पूछताछ की तो मामले की खुलासा हुआ.

मामला हरिद्वार के देहात पथरी थाना क्षेत्र का है, जहां 11 मई को अंजना नाम की महिला ने अपने पति संजीव की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. कुछ दिनों तक जांच करने के बाद पुलिस को महिला की भूमिका संदिग्ध लगी और पुलिस ने अंजना से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी. अंजना ने पुलिस के सामने बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने कहा कि उसके पति संजीव ने उनके घर पर दूध देने आने वाले पास के ही गांव के शिवकुमार से उसकी दोस्ती कराई थी. धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई और उसके बाद संजीव दोनों से उसकी आंखों के सामने शारीरिक बनवाता था. यह सिलसिला लंबे समय तक चलता रहा.

दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने संजीव का अधजला शव रविवार को जंगल से बरामद कर लिया था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि संजीव अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा था और उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था. एक तरफ तो वह उनके प्यार में बाधा बन रहा था और दूसरी तरफ संजीव उन्हें समाज में बेइज्जत करने की धमकी दे रहा था. इस सबसे तंग आकर दोनों ने संजीव को रास्ते से हटाने की ठान ली और तीनों लोगों की मौजूदगी में शारीरिक संबंध बनाने का झांसा देकर संजीव को बुलाकर उसकी रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी और बोरी में भरकर उसकी लाश को जंगल में ले जाकर जला दिया.

मृतक की पत्नी ने यह भी बताया कि संजीव ना सिर्फ उसे और शिवकुमार को अपनी आंखों के सामने संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था बल्कि खुद भी अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आदी था. अप्राकृतिक संबंधों के लिए अक्सर वह उस पर दबाव डालता था. एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है. आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है.

ग्राम प्रधान पर था शक
संजीव की लाश जंगल में मिलने के बाद उसके परिजन संजीव की हत्या की आशंका जताते हुए ग्राम प्रधान पर शक कर रहे थे. क्योंकि, संजीव ने गांव के कई विकास कार्यों के बारे में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांग रखी थी. अंजना और उसके प्रेमी शिवकुमार की योजना थी कि संजीव की हत्या कि शक की सुई ग्राम प्रधान पर ही जाएगी, लेकिन पुलिस की पूछताछ में सब खुलासा हो गया.