रेल मंत्रालय की कमान संभालते ही मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़े बदलाव का एलान कर दिया है। रेलमंत्री की घोषणा के मुताबिक, मंत्रालय से जुड़े विभाग के कर्मचारी और अधिकारी अब दो शिफ्टों में काम करेंगे।

रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कार्यालय से एक नोट जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि रेलमंत्री के निर्देश के अनुसार तत्काल प्रभाव से मंत्रालय के सभी स्टाफ दो शिफ्ट में काम करेंगे।

पहली शिफ्ट सुबह 7 बजे से शुरू होगी और शाम 4 बजे तक चलेगी। जबकि दूसरी शिफ्ट दोपहर बाद 3 बजे से शुरू होकर देर रात 12 बजे तक चलेगी। रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस आदेश के अनुसार सिर्फ मंत्री सेल के लोग आएंगे। निजी और रेलवे स्टाफ पहले की तरह ही काम करेंगे।

रेलवे के जरिये लोगों का जीवन बदलना ही मकसद : वैष्णव
लमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कार्यभार संभालने के बाद कहा, रेलवे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का अहम हिस्सा है। रेलवे के जरिये लोगों के जीवन को बदलना है, ताकि आम आदमी, किसान, गरीबों को इसका लाभ मिले। नए रेलमंत्री ने गुरुवार सुबह 9 बजे रेल भवन पहुंच कर कामकाज संभाला। उसके कुछ देर बाद रेल राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने भी पदभार ग्रहण किया।

आईआईटी कानपुर से एमटेक और 1994 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी वैष्णव खासतौर से बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) की रूपरेखा बनाने और उस पर अमल के लिए जाने जाते हैं। वैष्णव ऐसे समय में रेलमंत्री बने हैं, जब निजी ट्रेन चलाने की चुनौती के साथ रेलवे की खाली जमीन के व्यावसायिक विकास की भी चुनौती होगी।

साथ ही बुलेट ट्रेन समेत हाई स्पीड रेल कॉरिडोर को भी फास्ट ट्रैक पर लाने की चुनौती होगी। नौकरशाही की बेहतर समझ रखने वाले वैष्णव के बारे में अधिकारियों में यह चर्चा है कि वह प्रशासनिक सुधार के साथ फिर से रेलवे को गति देंगे।

नौकरशाह रह चुके हैं नए रेल मंत्री
ओडिशा से भाजपा सांसद अश्विनी वैष्णव नौकरशाह रह चुके हैं। अश्विनी वैष्णव ने आईएएस अधिकारी रहते हुए कई शानदार काम किए थे। ओडिशा के बालासोर में आए समुद्री तूफान के दौरान राहत पहुंचाने को लेकर वे चर्चा में आए थे।इसके बाद उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी बनाया गया था।