कोरबा:- सीतामढ़ी निवासी 3 बेटियों ने साहसी कदम उठाते हुए परंपरा तोड़ डाली। पिता की मौत के बाद न केवल उनकी अर्थी को कंधा दिया, बल्कि श्मशान घाट के तट पर शव लेकर पहुंचीं और दाह संस्कार किया। बेटियों के इस साहस की हर तरफ चर्चा हो रही है।

सीतामढ़ी निवासी जितेंद्र कुमार पटेल के कोई बेटा नही था। उनके 3 लड़कियां है। अंजू पटेल, गुंजन पटेल, हरसिद्धि पटेल तीनों बहनों ने बेटे का फर्ज अदा किया। अंजू पटेल ने बताया तीनों बेटियों को बेटे की तरह मानते थे।

निधन के बाद जब कंधा देने की बात आई, तो बेटियां आगे आई। पिता के निधन पर तीनों बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया।