लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल का निधन हो गया है। उन्होंने 80 साल की उम्र में शुक्रवार को दिल्ली में अंतिम सांस ली। पंजाब केसरी की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के अपोलो अस्पताल में दोपहर 12 बजे के आसपास उनका निधन हो गया। वह पिछले तीन महीनों से अस्वस्थ थे। उनका इलाज चल रहा था।

मां भजन गाती थीं, यहीं से सफर शुरू हुआ
अमृतसर के एक पंजाबी परिवार में 16 अक्टूबर 1940 को नरेंद्र चंचल का जन्म हुआ था। पिता चेतराम खरबंदा और माता कैलाशवती के घर जन्मे चंचल ने बचपन से ही मां को देवी के भजन गाते हुए सुना। इससे उन्हें भी संगीत में रुचि होने लगी। इसके बाद चंचल ने प्रेम त्रिखा से संगीत सीखा और वे भी भजन गाने लगे।

कोरोना पर गाया आखरी गाना
मंदिर में मैं बड़ा दुखी होकर जाता था मगर जब मैं वहां से आता था तो बड़ा मग्न होकर आता था। एक अलग सुकून मिलता था मुझे। उस वक्त की पौराणिक कहानियां सुनना बहुत अच्छा लगता था। वही कहानी मैं अपने दोस्तों को सुनाता था। संस्कार तो थे मेरे अंदर। बस उसे सही दिशा मिल गई। पहले मैं फिल्मों में भी गया मगर वहां मेरा मन नहीं लगा और मैं इस तरफ आ गया। मेरे जीवन में पहले से ही ये लिखा था कि मुझे भजन गाना है।