अहमदाबाद:- अहमदाबाद के काठवाड़ा इलाके से अपने पति का फर्जी मृत्यु प्रमाण बनवा कर एक पत्नी का बीमा के 18 लाख रुपए लेने का मामला सामने आया है. दरअसल 45 साल की नंदा मराठी ने एक हरिकृष्णा सोनी नाम की डॉक्टर के साथ मिलकर इस फर्जीवाड़े की योजना बनाई थी, जिसका खुलासा 3 साल पहले नंदा के छोड़े हुए पति निमेश मराठी ने पुलिस को सच बता कर किया है. महिला अपने पति को तीन साल पहले छोड़ चुकी है, और अब निमेश को उसकी पत्नी के फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है, कि कैसे उसने डॉक्टर के साथ मिलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण बनवाया और बीमा के 18 लाख रुपए निकाले.

इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि नंदा मराठी ने पहले मामले के एक अन्य वांछित आरोपी सरदारनगर निवासी रवींद्र कोडेकर से संपर्क किया, जिन्होंने नंदा को डॉक्टर से मिलवाया था. जहां डॉक्टर से एक मृत्यु रिपोर्ट प्राप्त की जिसमें कहा गया कि निमेश की मौत 6 मार्च  2019 को कार्डियक अरेस्ट से हुई थी, जिसके बाद अगस्त 2019 में दोनों को निमेश की बीमा राशि मिल गई थी. वहीं निमेश ने अपनी प्राथमिकी में बताया है कि उसने लगभग 15 साल पहले दो जीवन बीमा पॉलिसियां ​​​​खरीदी थीं और उनकी पत्नी नंदा का नाम दोनों पॉलिसियों में था.

तीन साल से पत्नी से अलग है निमेश
निमेश ने पुलिस को बताया कि वो अपनी पत्नी से तीन साल से अलग रह रहा है. निमेश की कोई आय न होने की वजह से नंदा ने उससे अपने रिश्ते खत्म कर लिएथे जिसके बाद से वो फुटपाथ पर रहने को मजबूर है.

निमेश ने पत्नी के फर्जीवाड़े के खिलाफ दायर कराई याचिका
निमेश के मुताबिक वो दिहाड़ी कर और भीख मांगकर अपना गुजारा करता है और हाल ही में जब उसे पता चला कि उनकी पत्नी ने उसे मृत घोषित कर 18 लाख रुपए मिकालें हैं तो उसने इसकी जांच की और बाद में पुलिस से संपर्क किया और अपनी पत्नी और उसके साथियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए याचिका दायर की है.