पश्चिम बंगाल:- पश्चिम बंगाल के मालदा में मां और पिता समेत परिवार के ही 4 लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी आसिफ मोहम्मद फोटो खिंचवाने के बहाने परिवार के सभी लोगों को मकान के तहखाने में लेकर गया था और वहीं लकड़ी के ढांचे में पानी में डुबोकर सभी की जान ले ली। पश्चिम बंगाल पुलिस को आशंका है कि कालियाचक के गुरुटोला गांव में इस हत्याकांड के पीछे संपत्ति संबंधी विवाद मुख्य कारण हो सकता है। लेकिन कहा कि यह निष्कर्ष नहीं है क्योंकि जांच अब भी जारी है। मालदा ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनीश सरकार ने बताया कि आसिफ के दोस्त सबीर अली (19) और मोहम्मद मारुफ (21) को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से पांच पिस्तौल, 80 कारतूस और 10 मैगजीन बरामद की गई।
हत्या के आरोपी ने एक सप्ताह पहले ये हथियार उन्हें सौंपे थे। सरकार ने बताया, ‘हालांकि हत्याकांड में 19 वर्षीय आसिफ एकमात्र आरोपी है। हथियारों और हत्या के बीच कोई जुड़ाव नहीं मिला है। हम पता लगा रहे हैं कि कहां से उसने ये पिस्तौल और कारतूस जुटाए थे। हत्या के आरोपी के बड़े भाई आरिफ मोहम्मद की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को गुरुटोला गांव में एक मकान के कमरे के भीतर से चार शव खुदाई कर निकाले और आसिफ को गिरफ्तार किया गया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि 28 फरवरी को आसिफ ने अपने पिता जावेद अली (50), मां इरा बीबी (45), बहन आरिफा खातून (17) और दादी अलेकजान बीबी (75) को कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर दीं, जिसे पीने के बाद सभी बेहोश हो गए।
लकड़ी के ढांचे में पानी भरकर डुबोया, मुंह में लगाई टेप और बांधे थे हाथ
अधिकारी ने कहा, ”फोटो खिंचवाने के बहाने आसिफ उन सबको घर के भीतर बने तहखाने में ले गया और लकड़ी के ढांचे के भीतर उन्हें जाने को कहा। इस के बाद उसने सबके मुंह पर टेप लगा दिया और हाथों को बांध दिया और इसके बाद उस ढांचे में पानी भर दिया। इसके बाद शवों को एक कमरे के फर्श में दफना दिया। उन्होंने कहा, ‘आरोपी ने अपने पिता से काफी रुपये लिए थे और पूरी संपत्ति अपने नाम पर करने के लिए कह रहा था। पहली नजर में ऐसा लगता है कि हत्या के पीछे संपत्ति विवाद एक कारण हो सकता है, लेकिन यह निष्कर्ष नहीं है क्योंकि जांच जारी है। उसके पास से दो लाख रुपये भी जब्त किए गए हैं।’
4 महीने बात तहखाने से निकाले गए शव, बचकर भाग गया था बड़ा भाई
आसिफ का बड़ा भाई आरिफ किसी तरह वहां से भाग निकला और चार महीने तक अपने ठिकाने बदलता रहा और शुक्रवार रात पुलिस को घटना की सूचना दी। घर से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं और मामले की समग्र जांच की जा रही है। सरकार ने कहा, ‘हमने आरिफ से पूछताछ की लेकिन कुछ भी संदेहास्पद नहीं मिला। आसिफ ने अपने भाई की भी हत्या करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह वहां से भाग निकला था।’
बड़े भाई को भी मारने की धमकी दे रहा था आसिफ
आरोपी लगातार अपने बड़े भाई को धमका रहा था, जिस कारण से चार महीने तक उसने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। आखिरकार उसने हिम्मत जुटाई और पुलिस से संपर्क किया। आसिफ पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और हथियार कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसके दो दोस्तों पर शस्त्र कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।