बालको:- भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में परियोजना ‘पहल’ संचालित की है। इसका उद्देश्य बालको टाउनशिप को प्लास्टिक बैग मुक्त बनाना और कर्मचारियों तथा व्यवसाय के साझेदारों को प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण के महत्व से परिचित कराना है।

बालको छत्तीसगढ़ की उन प्रमुख कंपनियों में शामिल है जिसने प्लास्टिक के उन्मूलन की दिशा में कार्यक्रम संचालित किया है। ‘पहल’ की सफलता में बालकोनगर चेंबर ऑफ़ काॅमर्स का उत्कृष्ट सहयोग है। परियोजना के अंतर्गत बालको टाउनशिप के नागरिकों को पर्यावरण संवेदी थैली वितरित किए गए हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक से बचाव की दिशा में नागरिकों को जागरूक किया गया है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति कहते हैं कि पहल कार्यक्रम का उद्देश्य टाउनशिप के नागरिकों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से अवगत कराना है। इस तरह का वातावरण निर्मित किया जा रहा है जिससे प्रत्येक नागरिक अपने पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में योगदान कर सके। शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य के अनुरूप बालको अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने, संसाधनों के प्रभावी प्रबंधन तथा औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण के उत्कृष्ट प्रबंधन के लिए कटिबद्ध है।

कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने की दिशा में न्यूनतम आवश्यक कार्यबल और संसाधनों के साथ बालको संयंत्र का संचालन किया जा रहा है। केंद्र और राज्य शासन के दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया है। बालको ने अपने संसाधनों का प्रयोग इस प्रकार किया है जिससे कर्मचारियों, व्यवसाय के साझेदारों, समुदाय और संयंत्र के आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को कोरोना वाइरस के प्रति जागरूक और सुरक्षित बनाया जा सके। छत्तीसगढ़ राज्य में बालको पहली ऐसी कंपनी है जो वैधानिक आवश्यकता अनुरूप बालको अस्पताल में अपने कर्मचारियों और व्यवसाय के साझेदारों की प्री-मेडिकल और पीरियोडिक मेडिकल एक्जामिनेशन सुनिश्चित करता है।

बालको सेफ्टी मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए सुरक्षा के अनेक मानदंडों की रीयल टाइम माॅनिटरिंग की जा रही है। डाटा के विश्लेषण के माध्यम से सुरक्षा को पुख्ता बनाने में मदद मिल रही है। बालको संयंत्र में कार्यरत ठेका कंपनी लिजमाॅन्टेजेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहायक प्रबंधक श्री अंकित सिंह बताते हैं कि बालको ने अपने कर्मचारियों की तरह ठेका कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की देखभाल की है। औद्योगिक सुरक्षा, स्वच्छता और सैनिटाइजेशन के मानदंडों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया गया है वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए बालको कर्मचारियों के साथ ही ठेका कर्मचारियों को हेल्थ सप्लिमेंट उपलब्ध कराए गए हैं। बालको के विद्युत संयंत्र में कार्यरत संजीब कुमार पांडा ने बताया कि बालको में कर्मचारियों की सुरक्षा और व्यवसाय संचालन के मानदंड उत्कृष्ट हैं। बालको में नियोजित प्रत्येक कर्मचारी को सुरक्षा के मानदंडों से परिचित कराया जाता है। विभिन्न कार्यक्षेत्रों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के प्रयोग की निगरानी की जाती है। वह और उनका परिवार बालको में सुरक्षित महसूस करते हैं।

‘शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट और शून्य उत्सर्जन’ नीति अनुसार बालको फ्यूम ट्रीटमेंट प्लांट (एफटीपी) जैसी आधुनिक तकनीकों के जरिए वायु की गुणवत्ता को नियंत्रित करता है। फ्लाई ऐश के निपटारे के लिए अत्याधुनिक हाई कंसंट्रेशन स्लरी डिस्पोजल सिस्टम (एचसीएसडी) का प्रयोग किया जाता है। फ्लाई ऐश का 100 फीसदी यूटिलाइजेशन फ्लाई ऐश अधिसूचना के अंतर्गत किया जाता है। टाउनशिप से निकलने वाले जैविक अपशिष्ट के निपटारे के लिए साॅलिड एंड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट सेंटर (एसआरएलएम) स्थापित है। इससे जैविक अपशिष्ट को कंपोस्ट में बदलने में मदद मिलती है। हरियाली संवर्धन के लिए संयंत्र और आसपास के क्षेत्रों में साढ़े पांच लाख पौधे रोपे गए हैं। स्मेल्टर के प्रचालन में जल का 100 फीसदी रीसाइकल सुनिश्चित किया गया है।