लखनऊ:- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ग्रामीण इलाके के माल थाना क्षेत्र के अटारी गांव में बुधवार की सुबह 60 साल के तेज नारायण उर्फ तेजा महाराज की लाश घर के बाहर पोर्च में  बिस्तर पर मिली थी. जिस चारपाई पर तेजा महाराज  रात को सोए थे, उसी पर सुबह उनकी लाश मिली. शव के सिर और ऊपर के हिस्से में काफी खून लगा हुआ था. मौके पर माल थाने के प्रभारी राम सिंह और सीओ मलिहाबाद नवीना शुक्ला ने जांच पड़ताल की और मीडिया को बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से यह मौत प्रतीत हो रही है.

तमाम अधिकारियों एसपी से लेकर सीओ, थानेदार किसी ने भी यह जरूरत नहीं समझी कि बारीकी से तहकीकात की जाए और आकाशीय बिजली गिरने से मौत का अंदेशा जता दिया. जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो उससे गोली मारकर हत्या करने की पुष्टि हो गई.

आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने भी जब इस मामले की जानकारी मांगी थी तो एसपी से लेकर थानेदार ने आकाशीय बिजली गिरने से मौत का शक जताया था लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही पुलिस अधिकारियों के अनुभवों पर सवालिया निशान लग गया. थानेदार से लेकर एसपी तक ने जो लापरवाही बरती उसके लिए आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने माल थाने के थाना प्रभारी राम सिंह को सस्पेंड कर दिया है और लखनऊ ग्रामीण के एसपी हृदेश कुमार और सीओ मलिहाबाद नवीना शुक्ला से स्पष्टीकरण भी तलब कर लिया है.

मृतक तेज बहादुर उर्फ तेजा महाराज का एक बेटा पुलिस में सब इंस्पेक्टर है और जनपद अयोध्या की रुधौली थाने में तैनात है. बुधवार सुबह जब तेजा महाराज की खून से लथपथ लाश मिली, तब भी चर्चा यही थी की गोली मारकर हत्या की गई है. लेकिन मौके पर गए पुलिस अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को आकाशीय बिजली गिरने से मौत कहकर गुमराह किया, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा.

आईजी के निर्देश पर बुधवार को ही फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने घटनास्थल का मुआयना किया था. आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की गई और मामले का खुलासा जल्द ही किया जाएगा.