बरेली:- बरेली के बारादरी के मोहल्ला जोगीनवादा निवासी शीला नामक एक महिला ने पुलिस पर बेटे रंजीत के हाथ पैर में कीलें ठोकने का आरोप लगाया है। शीला का आरोप है कि उसका बेटा रंजीत 24 मई की रात को सड़क किनारे बैठा था। इसी दौरान बारादरी थाने के तीन सिपाही पहुंच गए और उसे मास्क नहीं लगाने के आरोप में पकड़ लिया।

आरोप लगाया कि इसी बात को लेकर पुलिस और उसके बेटे में कहासुनी हो गई। पुलिस उसके बेटे को पकड़कर चौकी जोगी नवादा ले गई। जब उसे मामले की जानकारी हुई तो वह चौकी जोगी नवादा पहुंची। वहां उसे बताया गया कि बेटे को पुलिस ने किसी काम से भेजा है।

कुछ देर में उसे जानकारी हुई उसका बेटा खेड़ा की तरफ देखा गया है। जब वह वहां पहुंची तो देखा कि उसके बेटे के दाएं हाथ और दाएं पैर पर कील गड़ी है और वह मरणासन्न हालत में पड़ा है। जब उसने पुलिस से मामले की जानकारी लेना चाही तो बेटे को जेल भेजने की धमकी देने लगे।

हाथों हाथ हुई जांच
महिला बुधवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची। कील ठोकने का गंभीर मामला होने की वजह से एसएसपी ने रंजीत को अस्पताल भेजा और तुरंत जांच कराई। बारादरी थाना पुलिस का कहना है कि 24 मई को चीता मोबाइल पुलिस के सिपाही हरिओम जोगी नवादा में गध्त कर रहे थे। तभी बिना मास्क के रंजीत बिना किसी काम के घूमता दिखाई पड़ा। टोकने पर उसने सिपाही को पीटा और भाग गया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि जांच में पता चला है कि फरार चल रहे आरोपित रंजीत ने गिरफ्तारी से बचने और सिपाही को फंसाने के लिए खुद ही किसी से कीलें ठुकवा लीं। जांच में स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। रंजीत और उसका साथ देने वाले को गिरफ्तार किया जाएगा।