मुंबई:- महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ता रविवार को रामनवमी पर मुंबई में शिवसेना भवन के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए लाउडस्पीकर लेकर पहुंच गए. इन पर राम नवमी के पोस्टर भी लगे थे. मौके पर पहुंची पुलिस ने इसे बंद करा दिया. गाड़ी को जब्त कर लिया. इसके बाद शिवसेना भवन के बाहर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई.

इससे पहले, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने 2 अप्रैल को शिवाजी पार्क में एक जनसभा में चेतावनी दी थी अगर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज कम नहीं की गई और उन्हें नहीं हटाया गया तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे. राज ठाकरे ने कहा था कि मैं नमाज के खिलाफ नहीं हूं लेकिन मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा था कि मैं किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं हूं. मुझे अपने धर्म पर गर्व है. मैं हिंदुत्व की बात करता रहूंगा. मैं इसे लेकर चेतावनी दे रहा हूं.

इसके अगले दिन 3 अप्रैल को मुंबई के घाटकोपर इलाके में एमएनएस कार्यालय के बाहर राज ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया था. इसके बाद नासिक में भी एमएनएस कार्यकर्ताओं ने इसी तरह हनुमान चालीसा का पाठ किया. घाटकोपर मामले को लेकर एमएनएस नेता महेंद्र भानुशाली के ऊपर मुंबई पुलिस ने 5 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था और नोटिस जारी करके फिर से ऐसा न करने की चेतावनी दी थी.

इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने भी मनसे कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि समाज में तनाव पैदा करने की कोशिशों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार भी लाउडस्पीकर विवाद के लिए राज ठाकरे की आलोचना कर चुके हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा था कि महाराष्ट्र में कानून का राज चलेगा. इनके अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार, सुप्रिया सुले, कांग्रेस के नाना पटोले, अशोक चव्हाण आदि भी राज ठाकरे की निंदा करते हुए बयान दे चुके हैं.