दरभंगा:- बिहार के दरभंगा के नाका नंबर 6 के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का इलाका शुक्रवार देर रात रणक्षेत्र में बदल गया. चारों तरफ चीखने-चिल्लाने की आवाज आने से इलाके में सनसनी फैल गई. 4 दुकान सहित 2 कार एक बाइक आग के हवाले कर दी गईं. वहीं, 4 लोग आग में झुलस गए और एक युवक पर कैंची से वार किया गया. मौके पर आग बुझाने पहुंचे अग्निशमन दस्ते का कर्मी आग के बीच हुए सिलिंडर ब्लास्ट की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया. इस मामले में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है. मेडिकल कॉलेज के 4 से 5 छात्रों को चोट लगने की बात कही जा रही है. हालांकि अभी तक किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं है.
दरअसल पूरा मामला दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्र और मेडिकल दुकानदार के बीच बहस से शुरू हुआ था. पीड़ित दुकानदार की मानें तो मेडिकल कॉलेज के छात्र मैगी लेने किराना दुकान पर पहुंचे. उस वक्त दुकानदार दुकान पर नहीं था. तब छात्रों ने बगल की मेडिकल दुकान पर बैठे स्टाफ दुकानदार के बारे में पूछा. मेडिकल दुकान के स्टाफ ने कहा कि रुकिए, कुछ देर में दुकानदार आ जाएंगे. तब मेडिकल के छात्रों ने इस स्टाफ पर बत्तमीजी का आरोप लगाया और इसी को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई.
इसी बीच छात्रों ने फोन कर अपने और साथियों को बुला लिया. बहसा-बहसी के बीच किसी छात्र ने मेडिकल शॉप के स्टाफ के चेहरे पर कैंची से वार कर दिया. इसके बाद हंगामा बढ़ता गया. हंगामा सुनकर दुकान का मालिक घर से बाहर निकला. इस बीच दुकानदारों से बहस करते छात्रों ने दुकानदारों पर पेट्रोल फेंककर आग लगा दी. इससे 4 दुकानदार झुलस गए.
मेडिकल दुकान के मालिक जावेद खान ने बताया कि झगड़े की आवाज सुनकर वे घर से बाहर निकले. बाहर छात्रों की भीड़ लगी थी. तब हमने छात्रों को समझाना शुरू किया. लेकिन वे समझने को तैयार न थे. उनके हाथ में पेट्रोल के केन थे, जिसे उन्होंने हमारे शरीर पर फेंकना शुरू कर दिया और साथ ही आग लगाकर जिंदा जलाने की कोशिश की. जावेद खान का कहना है कि इस हमले में 4 लोग झुलसे हैं. मेडिकल दुकानदार ने कहा कि छात्रों ने हम पर लाठी डंडे से भी हमला किया. इस हमले में हाथ टूट गया सिर भी फट गया. साथ ही दुकान में रखे करीब 80 लाख की दवा को भी मेडिकल छात्रों ने जला दिया. छात्रों की आगजनी में कुल 4 दुकानें जली हैं.
मो शहीद खां ने बताया कि वे खान मोटर के नाम से गाड़ी चलाने की ट्रेनिंग देने का काम करते है. छात्रों ने उनकी दो कारें भी आग के हवाले कर दीं. शहीद ने कहा की सभी छात्र नशे में थे और नशे की हालत में उन्होंने फायरिंग भी की.
एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही जिले के कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया. एसडीपीओ ने कहा कि मैगी के एक छोटे से मामले ने मामला इतना बड़ा रूप ले लिया, जिसमें 4 दुकानें जला दी गईं. उन्होंने बताया कि हमारे दो पुलिसकर्मी भी घायल हैं. हम सभी यहां कैम्प कर रहे हैं. स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, मेडिकल छात्रों ने अपने तरफ से सफाई देने से इनकार कर दिया और कहा हमलोग मीटिंग करेंगे फिर मीडिया में बयान देंगे.