जांजगीर चांपाः- मालखरौदा के पिहरीद गांव में बोरवेल के नीचे फंसे राहुल को सेना के जवानों ने बाहर निकाल लिया है। सेना ने मंगलवार देर शाम टनल के रास्ते से उसकी पोजिशन देखी। यह जरूर है कि उसे निकालने के लिए बड़े होल की जरूरत थी। राहुल साहू के कुछ देर बाद बाहर आने की संभावना को देखते हुए नये सिरे से पूरा प्रशासन अलर्ट पर था। राहुल के लिए टनल तक विशेष रूप से बनाया गया स्ट्रेचर ले जाया जा चुका था। आईसीयू, वेंटिलेटर की सुविधा से युक्त दो एम्बुलेंस ऊपर तैयार रखे गए। ग्रीन कॉरिडोर के लिए पूरे रास्ते के पुलिस स्टेशनों को सतर्क कर दिया गया है। इस रास्ते में पड़ने वाले सभी स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्टाफ बुला लिए गए हैं। घटनास्थल पर बेरिकेड्स के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ टकटकी लगाए खड़ी थी।
10 जून को बोरवेल में गिरा था राहुल
राहुल साहू (10) का शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद से कुछ पता नहीं चला। जब घर के ही कुछ लोग बाड़ी की तरफ गए तो राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है। बोरवेल का गड्ढा 80 फीट गहरा है। ये भी बताया गया है कि बच्चा मूक-बधिर है, मानसिक रूप से काफी कमजोर है। जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। घर पर ही रहता था। पूरे गांव के लोग भी 2 दिन से उसी जगह पर टिके हुए हैं, जहां पर बच्चा गिरा है। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2 साल छोटा है। पिता की गांव में बर्तन की दुकान है।