नई दिल्ली:- लगातार चार सत्र में गिरावट झेलने के बाद शेयर बाजार को सोमवार से काफी उम्मीदें थी, लेकिन निवेशकों में मची भगदड़ से बाजार में हाहाकार मच गया. दोपहर तक सेंसेक्स 1,900 अंकों से ज्यादा गिरावट के साथ और निफ्टी 596 अंकों के नुकसान पर कारोबार कर रहा था. 2020 की शुरुआत में कोरोना की पहली लहर के दौरान भी ऐसी ही गिरावट दिखी थी.
रियल्टी, मेटल और आईटी इंडेक्स में जबरदस्त बिकवाली से बाजार ने गोता लगाया और 57 हजार के आसपास पहुंच गया. निफ्टी भी 17 हजार से नीचे उतर गया था. बाजार में पिछले पांच कारोबारी सत्र से जारी गिरावट की वजह से निवेशकों ने अब तक करीब 20 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए हैं. आलम ये रहा कि बीएसई पर लिस्टेड शीर्ष 30 स्टॉक में से सभी लाल निशान पर पहुंच गए, जबकि निफ्टी के 50 में से 49 स्टॉक में गिरावट दिखी. एक ही दिन में निवेशकों के 11 लाख करोड़ से ज्यादा डूब गए. निफ्टी 27 दिसंबर के बाद 17 हजार से नीचे उतरा है और 12 अप्रैल के बाद इसमें सबसे ज्यादा गिरावट दिखी है.
दोपहर तक यहां पहुंच गया बाजार
दोपहर 3 बजे सेंसेक्स 1,759 अंक गिरकर 57,325 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी भी 518.65 अंक गिरकर 17,098.45 पर कारोबार कर रहा था. दोनों ही एक्सचेंज पर करीब 5 फीसदी की गिरावट दिख रही थी.
पांच दिन में 3,300 अंक टूटा सेंसेक्स
शेयर बाजार में जारी गिरावट से सेंसेक्स पांच कारोबारी सत्र में 3,300 अंक टूट चुका है. निफ्टी भी 1,100 अंक नीचे आ चुका है. दोनों में 5.4 फीसदी की गिरावट रही है.
ये 5 कारण बाजार पर हावी
-विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी है और अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने की आशंका से निवेशकों में घबराहट दिख रही.
-पेटीएम, कारट्रेड, पीबी फिनटेक जैसे टेक स्टॉक में बड़ी गिरावट का असर पूरे बाजार पर रहा.
-देश में रोजाना तीन लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे निवेशकों में आशंका बढ़ रही है.
-मेटल सहित अन्य कच्चे माल की कीमतें बढ़ने से कंपनियों की लागत में इजाफा हो रहा और उन्हें कमाई घटने का जोखिम दिखने लगा है.
-महंगाई और गैर मौसम की बारिश से उपभोक्ता खपत आशा के अनुरूप नहीं दिख रही.