नई दिल्ली:- भारतीय के ग्रामीण क्षेत्रों में खेती-किसानी के बाद पशुपालन आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है. सरकार भी किसानों से जुड़े तमाम ऐसी योजनाएं लॉन्च करती रहती है, जिससे वे अपने मुनाफे में इजाफा कर सकें. अब मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के तोहफा देते हुए एक बड़ा ऐलान किया है. सरकार के इस ऐलान के मुताबिक किसानों द्वारा मुर्रा भैंस खरीदने पर सब्सिडी दी जाएगी.

मध्यप्रदेश सरकार के आदेश के मुताबिक, सरकार की तरफ से ये भैंसे हरियाणा से मंगवाई जाएंगी. फिलहाल, प्रदेश के तीन जिलों रायसेन, विदिशा और सीहोर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू होंगे. धीरे-धीरे इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. इस योजना के तहत सरकार 50 प्रतिशत के अनुदान पर किसानों को मुर्रा भैंस देगी. वहीं एससी-एसटी किसानों के लिए ये सब्सिडी बढ़कर 75 प्रतिशत हो जाएगी.

बता दें कि हरियाण की मुर्रा नस्ल की एक भैंस की कीमत लगभग 1 लाख रुपये है. मुर्रा भैंस अपने दुध उत्पादन क्षमता की वजह से काफी लोकप्रिय है. यह एक दिन में तकरीबन 12 से 13 लीटर दूध दे देती है. अनुदान मिलने पर किसान इन भैंसों को 50 हजार रुपये की राशि पर देकर खरीद सकेंगे.

मुर्रा भैंस खरीदने वाले किसानों को कुछ नियमों का पालन करना होगा. इसे खरीदने के बाद उसे 5 साल रखना अनिवार्य किया गया है. यदि तीन साल में किसी पशुपालक किसान की मुर्रा भैंस किसी वजह से मर जाती है तो स्कीम के नियमानुसार किसान को उसकी जगह दूसरी भैंस दी जाएगी. इसके लिए किसानों को पांच महीने की प्रेग्नेंट भैंस के साथ एक बच्चे वाली भैंस भी मिलेगी और इस स्कीम में दो भैंस दी जाएगी. जिसमें एक प्रेग्नेंट और दूसरी का 1 महीने का बच्चा रहेगा. ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि दूध का क्रम सही से चलता रहे और किसान की आय भी बनी रहे.

प्रदेश सरकार की सब्सिडी स्कीम के तहत किसानों को मुर्रा भैंस खरीदने वाले किसानों को भैंस को खिलाने के लिए छह महीने का दाना-चारा भी मिलेगा, ताकि उसे किसी तरह की समस्या न हो। साथ ही भैंस का बीमा, ट्रांसपोर्ट सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.