कोरबा:- जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा जिले की कमान संभालते ही जिले की पुलिसिया व्यवस्था खास बदलाव के साथ आमजन के लिए वरदान साबित हो रही है। फिर चाहे वह आम इंसान के सुरक्षा की बात हो या उन्हें अस्पताल पहुचाने की,हर संभव मदद के लिए पुलिस सदैव ततपर बनी हुई है।पुलिस की अहम योजना डायल 112 आमजन के लिए बेहद कारगर सिद्ध हुई है, पूर्व में संतप्त को अपनी फरियाद लेकर सीधे थाने की दहलीज पर जाना होता था,अब पुलिस सीधे पीड़ित तक पहुँचती है।जब से डायल 112 की शुरुआत हुई इसने कई बड़े अपराध,जुर्म, व घटनाओं पर नकेल कसने में कामयाबी पाई है।अब पीड़ित की जुबा पर सहर्ष ही यह नाम आ जाता है “डायल 112 को फोन करू क्या”..?
कंट्रोल एवम कमांड सेंटर रायपुर से इवेंट केआरबी/ 39 रोड एक्सीडेंट की सूचना थाना बांगो 112 टीम (बांगो कोबरा-01) को प्राप्त हुई जिसमे इवेंट आधार पर तत्काल कॉलर से संपर्क किया गया जहां कॉलर ने बताया कि एक महिला पुलिसिया बोर्ड रामाशंकर गोड़ निवासी छीन्दियाँ अपने मोटरसाइकिल cg 12 az5574 में सवार होकर घर की ओर जा रहा था इसी दौरान तेज रफ्तार एक्सल वाहन cg 16 ck 3819 ने जोरदार ठोकर मार दी।जिससे मोटरसाइकिल में सवार 6 माह से गर्भवती महिला की हालत गम्भीर बनी हुई है।
मामले से अवगत होते ही 112 टीम में तैनात आरक्षक 22 रजत कुमार व चालक नीरज पांडेय ने तत्काल इवेंट केआरबी/37 को प्रतीक्षा में रख बिना देर के रवाना हो गए, जहां घटनास्थल पर उक्त महिला गम्भीर रूप से घायल अवस्था मे बेशुध पड़ी हुई थी।आरक्षक रजत कुमार ने बिना देर किए घायल गर्भवती महिला को 112 में भर कर नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरबी पहुँचाया गया,जहां गर्भवती महिला का प्राथमिक इलाज संभव होने पश्चात बेहतर ईलाज हेतु ईआरवी वाहन में सुरक्षित रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी उपरोड़ा लाया गया,जहाँ डॉक्टर्स को उक्त घटना से अवगत कराया गया,जहा समय रहते बेहतर ईलाज मिल जाने से उक्त गर्भवती महिला सुरक्षित बताई जा रही है।
कोरबा जिले के पुलिस विभाग में तैनात आरक्षक ऐसे अनेकों साहसिक कार्यो के लिए जाने जाते हैं जो अपनी जान की परवाह ना करते हुए जरूरतमंद लोगों की सेवा में सर्वस्व न्योछावर हो जाते हैं।ऐसे ही उक्त नेक कार्य को अंजाम देकर 112 टीम में तैनात आरक्षक 22 रजत कुमार व चालक नीरज पांडेय ने गर्भवती महिला की जान बचाकर कोरबा पुलिस का नाम गौरवान्वित किया है।